“कोसी और गंडक समेत उत्तर बिहार की 5 नदियां उफनाईं, प्रशासन सतर्क
बिहार में गंगा अब भी उफान पर है। हालांकि 24 घंटे में गंगा का जलस्तर बक्सर में 8 सेमी घटा है। लेकिन, पटना से लेकर कहलगांव तक जलस्तर में बढ़ोतरी हुई है। भागलपुर में गंगा का जलस्तर 33.02 मीटर दर्ज किया गया। यहां डेंजर लेवल 33.68 मीटर, हाई फ्लड लेवल 34.86 मीटर है। गंगा यहां चेतावनी बिंदु 32.68 मीटर से ऊपर बह रही है। सुल्तानगंज और कहलगांव में गंगा का जलस्तर डेंजर लेवल के पास पहुंच चुका है।
सुल्तानगंज में गंगा का जलस्तर 35.25 मीटर और कहलगांव में डेंजर लेवल से ऊपर 31.25 मीटर जलस्तर दर्ज हुआ। उधर, नाथनगर के मोहनपुर दियारा में सैकड़ों किसानों का वासा डूब गया है। लोग ऊंचे स्थान पर जाने लगे हैं। शंकरपुर में भी गंगा का पानी घुस गया है। मुंगेर में गंगा का जलस्तर शनिवार को वार्निंग लेवल के पार पहुंच गया। दियारा क्षेत्र के लोगों के घरों में पानी घुसने लगा है। भेलवा, तौफिर, जाफरनगर, टीकारामपुर, तारापुर, नौवागढ़ी, बरियारपुर व जमालपुर प्रखंड क्षेत्र के नए इलाकों में पानी प्रवेश कर गया है। तारापुर के सीता कुंड डीह में गंगा किनारे बने पक्के मकान भी पानी से घिर गए हैं।
प्रभावित इलाकों के लोग सुरक्षित स्थान पर जाने लगे हैं। उधर, पटना के दीघा घाट पर 3 सेमी, गांधी घाट पर 66 सेमी, हाथीदह में 43 सेमी खतरे के निशान से ऊपर गंगा का जलस्तर है। वहीं, उत्तर बिहार की पांच नदियां भी लाल निशान से ऊपर है। इसमें गंडक, कोसी, बागमती, बूढ़ी गंडक और परमार नदी शामिल है। छपरा शहर के निचले इलाके में सरयू नदी का पानी घुस गया है। दर्जनों घर पानी से घिर गए हैं। वहीं दियारा इलाक़ा में भी बाढ़ फैल रही है। बक्सर जिले में गंगा की सहायक नदी ठोरा का जलस्तर बढ़ रहा है। सड़क पर पानी चढ़ने से करहंसी गांव का इटाढ़ी प्रखंड से संपर्क टूट गया है। अतरौना रोड पर भी बाढ़ का पानी चढ़ गया है। इधर, गंगा नदी के जलस्तर में कमी आ रही है। शनिवार को सुबह 8 बजे 59.470 मीटर दर्ज किया गया। शाम 6 बजे यह घटकर 59.390 मीटर पर पहुंच गया।
आगे क्या…एक से दो दिन में पानी कम होने की संभावना
जल संसाधन विभाग के मुताबिक इलाहाबाद, वाराणसी के साथ बक्सर में गंगा का जलस्तर घट रहा है। एक से दो दिन में गंगा का पानी पटना को पार करेगा। इसके साथ ही जलस्तर में कम आनी शुरू होगी। यह स्थिति तब होगी जब बारिश नहीं हो।
जमालपुर प्रखंड क्षेत्र के नए इलाकों में पानी प्रवेश कर गया है। तारापुर के सीता कुंड डीह में गंगा किनारे बने पक्के मकान भी पानी से घिर गए हैं। प्रभावित इलाकों के लोग सुरक्षित स्थान पर जाने लगे हैं। उधर, पटना के दीघा घाट पर 3 सेमी, गांधी घाट पर 66 सेमी, हाथीदह में 43 सेमी खतरे के निशान से ऊपर गंगा का जलस्तर है। वहीं, उत्तर बिहार की पांच नदियां भी लाल निशान से ऊपर है। इसमें गंडक, कोसी, बागमती, बूढ़ी गंडक और परमार नदी शामिल है। छपरा शहर के निचले इलाके में सरयू नदी का पानी घुस गया है। दर्जनों घर पानी से घिर गए हैं।
वहीं दियारा इलाक़ा में भी बाढ़ फैल रही है। बक्सर जिले में गंगा की सहायक नदी ठोरा का जलस्तर बढ़ रहा है। सड़क पर पानी चढ़ने से करहंसी गांव का इटाढ़ी प्रखंड से संपर्क टूट गया है। अतरौना रोड पर भी बाढ़ का पानी चढ़ गया है। इधर, गंगा नदी के जलस्तर में कमी आ रही है। शनिवार को सुबह 8 बजे 59.470 मीटर दर्ज किया गया। शाम 6 बजे यह घटकर 59.390 मीटर पर पहुंच गया।