Saturday, November 16, 2024
Patna

भागलपुर में और बढ़ सकती है बाढ़ की तबाही,नवगछिया में गंगा की दहाड़ से कांप रहे लोग

पटना :भागलपुर जिले के नवगछिया अंतर्गत गोपालपुर में रिंग बांध टूटने के कारण कई गांव डूब चुके हैं. सैकड़ों परिवार बेघर हो गए और सुरक्षित स्थान की ओर पलायन कर गए. पूरा इलाका जलमग्न हो चुका है और पानी अब और आगे बढ़ रहा है. इस बीच चिंता की खबर यह है कि इस्माइलपुर के पास भी बांध पर दवाब बढ़ रहा है और स्पर संख्या 1 के पास कटाव तेज हो रहा है. यहां बांध टूटने से बड़ी आबादी बाढ़ की चपेट में आ सकती है. इस्माइलपुर प्रखंड पर बाढ़ का खतरा मंडरा है. वहीं नवगछिया के भी कुछ पंचायतें इससे प्रभावित हो सकती है. लोगों की चिंता बढ़ी हुई है.

 

 

गोपालपुर में इस्माइलपुर के पास भी कटाव तेज, तटबंध पर खतरा

ग्रामीणों से मिली जानकारी के अनुसार, नवगछिया अनुमंडल स्थित इस्माइलपुर-बिंदटोली तटबंध के इस्माइलपुर के पास स्पर संख्या 1 के करीब भी बांध क्षतिग्रस्त होने का खतरा मंडरा रहा है. ग्रामीणों की इस जानकारी पर प्रशासन सक्रिय हो गयी है. वहीं ग्रामीणों के अंदर भय व्याप्त है. मंगलवार को स्पर संख्या 1 के पास कटाव तेज हुआ है. इसे लेकर एसडीओ उत्तम कुमार ने बताया कि इसकी जानकारी जल संसाधन विभाग को दी गयी है. मामला संज्ञान में है.

 

 

धीरे-धीरे फैल रहा बाढ़ का पानी, अब धार में गिर रहा

मंगलवार को बुद्धूचक के निकट तटबंध के ध्वस्त होने के बाद बाढ़ का पानी धीरे-धीरे गंगा प्रसाद धार में आगे बढ़ रहा है. बाढ़ का पानी धीरे-धीरे सैदपुर व डिमाहा बहियार को पार करते हुए पंचगछिया व अभिया बहियार की ओर बढ़ रहा है. बहियार में बाढ़ का पानी आने से खेतों में लगी मकई की फसल, पशुचारा व सब्जी की फसल को नुकसान पहुंचा है, हालांकि गुरुवार से पुन:जलस्तर में वृद्धि होने से पानी आगे बढ़ने की संभावना है.

 

 

बाढ़ ने किया तबाह, प्लास्टिक के सहारे कट रही रात

बुद्धूचक के निकट तटबंध के ध्वस्त होने के बाद अचानक सैदपुर पंचायत के वीरनगर गांव में बाढ़ का पानी प्रवेश कर गया. अचानक पानी आने से गांव में अफरा-तफरी मच गयी. जबतक ग्रामीण कुछ समझ पाते घरों में पानी प्रवेश कर गया. जिस कारण वीरनगरवासियों का काफी सामान बर्बाद हो गया.

 

 

प्लास्टिक शीट के नीचे जिंदगी

वीरनगर के कुछ लोग किराये का कमरा लेकर परिवार के साथ रह रहे हैं तो कुछ लोग अपने मकान के छत पर प्लास्टिक शीट टांगकर रहने को विवश हैं. कुछ लोग सड़क पर कपड़े व प्लास्टिक शीट का तंबूनुमा घर बना कर रह रहे हैं. हालांकि जिला प्रशासन द्वारा तिनटंगा करारी व सैदपुर में राहत शिविर बनाया गया है, लेकिन राहत शिविर में पीड़ित परिवार आवासन नहीं कर रहे हैं.

 

 

जिला प्रशासन की सख्ती से तटबंध खाली करने लगे लोग

बुद्धूचक के निकट अचानक तटबंध ध्वस्त होने पर अफरा-तफरी के कारण फ्लड फाइटिंग कार्य शुरु करने में परेशानी होने पर डीएम डॉ. नवल किशोर चौधरी के सख्त तेवर के कारण वर्षों से तटबंध पर झोपड़ी बना कर रहने वाले ग्रामीण स्वयं अपनी-अपनी झोपड़ियों को हटाने लगे हैं. स्पर संख्या सात से बुद्धूचक कट प्वाइंट तक अधिकांश लोगों ने अपनी अपने घरों को हटा लिया है.

 

क्या बोले अधिकारी?

सैदपुर पंचायत के वीरनगर, बुद्धूचक व तिनटंगा करारी पंचायत के 1540 परिवारों को बाढ़ पीड़ित के रूप में अब तक पंजीकृत किया गया है. राहत शिविर में बाढ़ पीड़ित भोजन कर रहे हैं, लेकिन ठहर नहीं रहे हैं. प्लास्टिक शीट आ गया है. जिसे जल्द ही पीड़ितों के बीच वितरित किया जायेगा.

-रौशन कुमार, सीओ, गोपालपुर

Kunal Gupta
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