“82.64 किमी लंबे तीन एनएच का निर्माण 2 माह में शुरू होगा,सुदूर इलाकों से पटना आना होगा आसान
पटना-सासाराम हाईवे के एक पैकेज, बहादुरगंज-किशनगंज हाईवे और रामनगर-कच्ची दरगाह फाेरलेन हाईवे का एनएचएआई ने टेंडर कर दिया है। राज्य के इन महत्वपूर्ण 82.64 किलोमीटर लंबाई वाले तीन एनएच के निर्माण पर 2641.42 करोड़ खर्च हाेंगे।
पथ निर्माण मंत्री विजय कुमार सिन्हा ने कहा कि ये सभी परियोजनाएं राज्य में यातायात व्यवस्था को सुदृढ़ करने में सहायक होंगी। राज्य के सुदूर इलाके से 5 घंटे के भीतर पटना तक पहुंचने में मददगार सिद्ध होंगी। दो महीने में काम शुरू किए जा सकेंगे।
पटना-आरा-सासाराम (एनएच-119ए) फोरलेन हाईवे
गड़हनी-पातर और सदिसोपुर-असनी खंड पैकेज-2 (लंबाई 46.40 किमी, लागत-1387.84 करोड़) का टेंडर एनएचएआई ने किया है। इस परियोजना में सोन नदी पर बिन्दौव-कोशीहान के बीच वर्तमान कोईलवर पुल से 10 किमी दक्षिण नया पुल भी बनेगा।
इसी हाईवे के पैकेज 1 पातर-सुअरा खंड (लंबाई 74.43 किमी, लागत-1143.36 करोड़) का टेंडर पहले ही हो चुका है। दो पैकेज में ही पटना-आरा-सासाराम नया फोरलेन हाईवे का निर्माण किया जा रहा है।
रामनगर-कच्ची दरगाह (एनएच-119डी) सिक्स लेन हाईवे : पटना रिंग रोड और आमस-दरभंगा एक्सप्रेस-वे के तहत पटना जिले में रामनगर से कच्ची दरगाह पुल तक (लंबाई 12.6 किलोमीटर, लागत-465.46 करोड़) सिक्स लेन हाईवे के निर्माण के लिए भी टेडर हो गया है। इसके निर्माण से पटना रिंग रोड का पटना जिला का दक्षिणी भाग पूरा हो जाएगा। इससे बिहटा की ओर से आने वाले वाहन पटना शहर में दाखिल हुए बिना आ-जा सकेंगे।
बहादुरगंज-किशनगंज फाेरलेन हाईवे
सीमांचल इलाके के लिए महत्वपूर्ण इस फाेरलेन हाइवे का भी एनएचएआई ने टेंडर कर दिया है जिसकी लंबाई 23.64 किलोमीटर और लागत 788.12 करोड़ है। भारत-नेपाल सीमा के पास इस हाईवे का सामरिक दृष्टिकोण से काफी महत्व है। इससे बिहार से पश्चिम बंगाल गए बिना किशनगंज तक पहुंच सुनिश्चित होगी।