“1 साल की उम्र में ट्रेन एक्सीडेंट में खोया हाथ:पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में बख्तियारपुर की गोल्डी का जलवा;1 गोल्ड-2 सिल्वर जीता
पटना के बख्तियारपुर की रहने वाली गोल्डी कुमारी ने बेंगलुरु में आयोजित 13वीं जूनियर और सब जूनियर नेशनल पैरा एथलेटिक्स चैंपियनशिप में तीन मेडल अपने नाम किए हैं। उन्होंने डिस्कस थ्रो कैटेगरी में गोल्ड पदक, सब जूनियर TF-46 वर्ग की शॉटपुट कैटेगरी में सिल्वर पदक और सब जूनियर TF-46 जैवलिन थ्रो कैटेगरी में रजत पदक अपने नाम किया है।गोल्डी ने एक साल की उम्र में ही अपना बायां हाथ खो दिया था, लेकिन अपनी काबिलियत के दम पर अपने हुनर का लोहा मनवाया है।
ट्रेन एक्सीडेंट में खोया अपना बायां हाथ
गोल्डी के चाचा विनय कुमार ने बताया कि ट्रेन एक्सीडेंट में गोल्डी ने अपने बाएं हाथ को खो दिया था। उनकी मां जब ट्रेन से उतर रही थी, तब गोल्डी गोद में थी। ट्रेन से उतरते समय मां की साड़ी ट्रेन में फंस गई और और यह घटना घटी। गोल्डी की मां की मौके पर ही मौत हो गई थी। गोल्डी का एक हाथ ट्रेन के पटरी के नीचे आ गया था, जिससे बायां हाथ खो दिया।
नानी घर में हुआ पालन-पोषण
16 वर्षीय गोल्डी का पालन-पोषण उनके नानी घर में हुआ है। उनके पिता एक किसान हैं। घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने के कारण काफी परेशानी हुई। हालांकि, स्कूल में आयोजित एथलेटिक्स में गोल्डी काफी अच्छा कर रही थी। फिर उनकी मुलाकात कोच कुंदन कुमार पांडे से हुई। फिर अपने अंडर ट्रेनिंग दी। गोल्डी का सपना आगे देश के लिए ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतना है।