“ग्रामीण क्षेत्र के सामाजिक परिवेश में महिलाओं व लड़कियों के बीच मासिक धर्म पर बात करने की जरूरत: पम्मी
ग्रामीण क्षेत्र की सामाजिक परिवेश में जहां महिलाएं व लड़कियां मासिक धर्म पर खुलकर बात करने में कतराती है। परन्तु बरारी की सामाजिक कार्यकर्ता पम्मी चौधरी लगातार प्रतिज्ञान सोशल वेलफेयर फाउंडेशन की बैनर तले बेधड़क बरारी के विभिन्न विद्यालयों में पहुंच कर लड़कियों के बीच मासिक धर्म के बारे में जानकारी देने का काम कर रही हैं।
इस क्रम में मंगलवार को सामाजिक कार्यकर्ता पम्मी चौधरी के द्वारा सुजापुर स्थित टेन प्लस टू हाई स्कूल में लड़कियों के बीच मेंसुरेशन साइकिल के बारे में विस्तृत जानकारी दी गई। इस अवसर पर बच्चियां मासिक धर्म के दर्द के दौरान स्कूल जाना बंद कर देती है उस दर्द को कम करने के लिए बच्चियों के बीच में तीन चार तरह के योग को बताया गया।
योग करने से किस तरह आप अपने दर्द को कम कर सकते हैं और अपने रूटीन को मेंटेन कर सकते हैं।बालिकाओं के बीच बालासन, भुजंगआसन, तितली आसन जैसे योग कर बतलाया गया।कई आसान कर बताया गया कि मासिक धर्म के दौरान होने वाले दर्द से कैसे आराम मिल सकता है।
इस मौके पर विद्यालय की शिक्षिका पूजा कुमारी,दलजीत कौर आदि शिक्षिका ने कहा कि ऐसी समस्या जिस पर खुलकर बात करने के लिए हमारे बड़े भी शरमाते हैं उस पर प्रतिज्ञान वेलफेयर फाउंडेशन की सचिव पम्मी चौधरी ने विद्यालय की लड़कियों के समक्ष विस्तृत से चर्चा की और जागरूक करने का प्रयास की।इस दौरान पम्मी चौधरी ने कहा कि हमारे समाज में महिलाएं शिक्षित और अन्य क्षेत्रों में जागरूक तो हो रही हैं परंतु अब भी महिलाएं व लड़कियां अपनी स्वास्थ्य को लेकर जागरूक नहीं है।जब तक महिलाएं अपनी स्वास्थ्य के प्रति सजग नहीं होंगी तब तक एक बेहतर समाज का निर्माण नहीं हो सकता है।