“बिहार के लाल ने गाडा झंडा,ब्रिटेन में सांसद बन लोगों को चौंकाया,कर रहे थे नौकरी
“बिहार :ब्रिटेन के आम चुनाव (UK General Election 2024) में इस बार लेबर पार्टी ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की है। इसी के साथ भारतीय मूल के पहले प्रधानमंत्री ऋषि सुनक की कंजर्वेटिव पार्टी को 14 साल बाद सत्ता से बाहर का रास्ता देखना पड़ा।
लेबर पार्टी की जीत के बीच एक नाम भी तेजी से भारत के अंदर चर्चाओं में आया है, और वो नाम है कनिष्क नारायण का, जिन्होंने वेल्स से चुनाव जीतकर सांसद पद हासिल किया है। जो कि बिहार के मुजफ्फरपुर के रहने वाले हैं।
मुजफ्फरपुर में जीत का जश्न
ब्रिटेन के आम चुनाव में वेल्स से लेबर पार्टी के उम्मीदवार के रूप में जीत दर्ज करने वाले भारतीय मूल के उम्मीदवार कनिष्क नारायण की जड़ें बिहार के मुजफ्फरपुर से जुड़ी हैं। कनिष्क के चाचा जयंत कुमार, जो एसकेजे लॉ कॉलेज के निदेशक भी हैं, उन्होंने कहा कि उनके भतीजे ने ना सिर्फ मुजफ्फरपुर, बल्कि पूरे देश को गौरवान्वित किया है।
न्यूज एजेंसी एएनआई से बात करते हुए जयंत कुमार ने कहा, “कनिष्क मेरे छोटे भाई का बेटा है। उसने चुनाव में भाग लेने के लिए अपनी नौकरी छोड़ दी। वह हमेशा से राजनीति में रहा है।”
चुनाव के लिए छोड़ी ब्रिटिश सिविल सर्विस
कनिष्क (33) का जन्म मुजफ्फरपुर में हुआ है। उन्होंने तीसरी क्लास तक पढ़ाई भी यहीं की। वह पहले ब्रिटिश सिविल सेवा में था। चुनाव की घोषणा के बाद उसने अपनी नौकरी से इस्तीफा दे दिया और राजनीति में आ गया। करीब दो महीने पहले कनिष्क भी अपने परिवार के साथ एक धार्मिक समारोह में भाग लेने के लिए भारत आया था।
इस बीच सांसद बनने के बाद दामुचक के संधो अपार्टमेंट में कनिष्क के मुजफ्फरपुर स्थित आवास पर जश्न शुरू हो गया। नारायण के चाचा जयंत कुमार ने कहा, “हमारे पास दोस्तों और परिवार के लोगों की ओर से बधाई संदेश और फोन आ रहे हैं। कनिष्क एक गौरवान्वित बिहारी और सबसे पहले एक भारतीय है।”
माता-पिता ने की वकालत
वैशाली जिले के सौंधो से मूल रूप से आने वाले कनिष्क के दादा-दादी कृष्ण कुमार और वीणा देवी कई साल पहले मुजफ्फरपुर में आकर बस गए थे। कृष्ण कुमार मुजफ्फरपुर जिला बोर्ड के अध्यक्ष और एसकेजे लॉ कॉलेज के संस्थापक थे। कनिष्क के पिता संतोष कुमार और मां चेतना सिन्हा एसकेजे लॉ कॉलेज से पढ़ाई पूरी करने के बाद दिल्ली चले गए।
ईटन ऑक्सफोर्ड से की पढ़ाई
कनिष्क ने कुछ समय के लिए दिल्ली के साकेत में एपीजे स्कूल में पढ़ाई की। जब वह 12 साल के थे, तब कनिष्क अपने माता-पिता के साथ ब्रिटेन चले गए। उन्होंने अपनी उच्च शिक्षा प्रसिद्ध ईटन ऑक्सफोर्ड से की, यह वही कॉलेज है, जहां से भारत के पहले प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू ने स्नातक की उपाधि प्राप्त की थी।