Wednesday, November 27, 2024
Patna

बिहार में फिलहाल गर्मी से नहीं मिलेगी राहत,13 से 15 जून के बीच होगी मानसून की एंट्री

राजधानी पटना समेत दक्षिण बिहार के कई जिलों में गर्म पछुआ हवा चल रही है। इस वजह से अगले तीन से चार दिनों तक गर्मी से राहत मिलने की उम्मीद नहीं है। मौसम विभाग ने आज प्रदेश के 31 जिलों में हॉट डे रहने की संभावना जताई है। इसके अलावा अन्य सभी जिलों में मौसम सामान्य रहेगा।मौसम विभाग के मुताबिक अगले तीन से चार दिनों तक पटना सहित मध्य और दक्षिणी बिहार के जिलों में अधिकतम तापमान 40 से 44 डिग्री सेल्सियस के बीच रह सकता है। दूसरी तरफ बिहार में मानसून 13 से 15 जून के बीच दस्तक दे सकता है।

शुक्रवार को रोहतास सबसे गर्म जिला रहा

शुक्रवार को रोहतास सबसे गर्म जिला रहा। यहां का अधिकतम तापमान 43.8 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं, गया, भोजपुर, अरवल, वैशाली, पटना, शेखपुरा, बांका और राजगीर को छोड़ कर अन्य जिलों में अधिकतम तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के ऊपर दर्ज किया गया है।

9 जून को राज्य के दक्षिण-पश्चिम भाग के एक या दो स्थानों पर लू की संभावना है। राज्य के उत्तर-पश्चिम, उत्तर-मध्य, दक्षिण-पूर्व और दक्षिण-मध्य भागों के एक या दो स्थानों पर गर्म और आर्द्र दिन रहने की संभावना है। उत्तर-मध्य और उत्तर-पूर्व भागों के एक या दो स्थानों पर मेघ गर्जन के साथ आकाशीय बिजली और तेज हवा (30-40 किमी प्रति घंटा) चलने की संभावना है।

10 जून को राज्य के दक्षिण-पश्चिम भाग के एक या दो स्थानों लू की संभावना है। राज्य के उत्तर-पश्चिम, उत्तर-मध्य, दक्षिण-पूर्व और दक्षिण-मध्य भागों के एक या दो स्थानों पर गर्म और आर्द्र दिन रहने की संभावना है। राज्य के उत्तर, दक्षिण-मध्य और दक्षिण-पूर्व भागों के एक या दो स्थानों पर मेघगर्जन, आकाशीय बिजली, तेज हवा (30-40 किमी प्रति घंटा) चल सकती है।11 जून को उत्तर, दक्षिण-मध्य एवं दक्षिण-पूर्व भागों के एक या दो स्थानों पर मेघ गर्जन, आकाशीय बिजली, तेज हवा (40-50 किमी प्रति घंटा) की संभावना है। राज्य के पश्चिम भागों के एक या दो स्थानों पर गर्म और आर्द्र दिन रहने की संभावना है।

बिहार में 1400 एमएम बारिश के आसार, यह सामान्य से 45% अधिक

मौसम विभाग ने एक पूर्वानुमान जारी किया है। जिसके अनुसार इस साल बिहार में सामान्य से 45 फीसदी से अधिक बारिश होने की संभावना जताई गई है। जून से सितंबर के बीच करीब 1400 एमएम बारिश हो सकती है।जून-जुलाई में कम, लेकिन अगस्त और सितंबर में झमाझम होगी। इसकी वजह यह है कि भारत और बिहार में इस बार ला-नीना का असर पड़ेगा। ला-नीना की वजह से भारत में मानसूनी सीजन में बारिश अधिक होती है।

2019 में सामान्य से 34 फीसदी अधिक हुई थी बारिश

अगर भारतीय मौसम विभाग का पूर्वानुमान सही होता है तो इस बार बिहार में अब तक की सबसे ज्यादा बारिश देखने को मिलेगी। इससे पहले वर्ष 2019 में सामान्य से 34 फीसदी अधिक यानी 1363 एमएम बारिश हुई थी। उस साल पटना में सितंबर के आखिरी हफ्ते में इतनी बारिश हुई थी कि राजेंद्र नगर समेत कई इलाके डूब गए थे।

Kunal Gupta
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