Monday, October 7, 2024
Patna

आराम फरमा रहे थे अधिकारी,कस्टडी से भाग निकला हत्यारोपी जवान;SP ने थानाध्यक्ष को किया सस्पेंड

जमुई। सीआरपीएफ की विशेष टुकड़ी रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) की 102वीं बटालियन, मुंबई की निगरानी से भी 10 जून को हत्या के आरोपित एक आरएएफ जवान के फरार होने का मामला सामने आया है। मामला खैरा थाने से जुड़ा था।पुलिस अधीक्षक ने तत्काल प्रभाव से खैरा के थानाध्यक्ष शशि भूषण को निलंबित कर थाने की कमान प्रशिक्षु डीएसपी दुर्गेश दीपक को दे दी गई है।

इधर, रैपिड एक्शन फोर्स के कमांडेंट सहित अन्य की गैर जिम्मेदाराना हरकत की शिकायत सीआरपीएफ के उच्च अधिकारियों से करने की बात पुलिस अधीक्षक ने कही है। मामले में तीन से चार अधिकारी कार्रवाई के दायरे में आ सकते हैं।

तीन जून की रात को हुई थी हत्या
तीन जून की रात जमुई जिले के खैरा थाना क्षेत्र के अंतर्गत नवडीहा गांव निवासी सत्यदेव आर्य को फोन कर बुलाया गया था। इसके बाद उसकी हत्या कर शव को खेत में दफन कर दिया गया.मामले में एक संदिग्ध प्रियांशु कुमार को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई तो रैपिड एक्शन फोर्स के जवान हरेंद्र कुमार की भी इसमें संलिप्तता मिली। उसके साथ चार अन्य आरोपितों प्रियांशु कुमार, गौतम यादव, प्रवेश कुमार तथा शिवनंदन कुमार को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी है।

निगरानी में रखने का किया गया था अनुरोध
इस बीच, जमुई पुलिस को सूचना मिली कि हत्याकांड में शामिल आरोपित रैपिड एक्शन फोर्स का जवान मुंबई स्थित 102 बटालियन कैंप तक पहुंच चुका है। तत्काल उसका वारंट सहित अन्य साक्ष्य संबंधित बटालियन के कमांडेंट को प्रेषित किया गया। उसे निगरानी में रखने का अनुरोध किया गया।

साथ ही खैरा पुलिस को तत्काल नौ जून की रात्रि को फ्लाइट से मुंबई रवाना होने का निर्देश दिया गया। पुलिस ने शाम के बदले अगले दिन सुबह निकलने का मन बनाया और भाग्य यहीं दगा दे गया। मुंबई जाने वाली सुबह की फ्लाइट रद्द हो गई। रात की 9:50 वाली फ्लाइट सहारा बचा। लापरवाही की बात यहीं नहीं रुकी।10 जून, यानी सोमवार को तकरीबन तीन बजे सुबह तक कैंप के नजदीक पहुंचकर भी संबंधित पुलिस अधिकारी आराम फरमाने लग गए। इसी बीच, हत्यारोपित भाग निकला। इस मामले में रैपिड एक्शन फोर्स के किसी अधिकारी का पक्ष नहीं मिल सका।

सत्यदेव आर्य हत्याकांड में आरोपित के भाग निकलने के मामले में खैरा के थानाध्यक्ष को निलंबित कर दिया गया है। साथ ही सीआरपीएफ के उच्च अधिकारी को पूरे घटनाक्रम से अवगत कराया जा रहा है।- डॉ. शौर्य सुमन,पुलिस अधीक्षक, जमुई

 

Kunal Gupta
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