Sunday, November 24, 2024
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केरल तट पर मानसून के दस्तक देने के बाद,बिहार में मानसून समय पर आएगा,…15 तक पड़ेगी बौछार

केरल तट पर मानसून के दस्तक देने के बाद अभी बिहार में मानसून की पहली बौछार होने में अभी कुछ दिन बाकी है। 31 मई से ही बंगाल के इस्लामपुर में मानसून आकर ठहरा हुआ है। बंगाल की खाड़ी में कम दबाव या डिप्रेशन नहीं बनने से आगे नहीं बढ़ पा रहा है। जानकारों का कहना है कि जून के दूसरे सप्ताह में बंगाल की खाड़ी में कम दबाव या डिप्रेशन बन सकता है। उसके फौरन बाद बिहार में मानसून की पहली बौछार 10 से 15 जून के बीच होने की उम्मीद है। बिहार में मानसून की इंट्री पूर्णिया से होगी। बिहार और झारखंड में मानसून की पहली बौछार एक साथ होती है।वहीं, मानसून अगले एक से दो दिन के अंदर कर्नाटक के सभी हिस्सों को पार करके महाराष्ट्र पहुंचेगा। महाराष्ट्र के अलग-अलग हिस्सों में मानसून की पहुंचने की तारीख 5 से 10 जून के बीच है। इस बार मानसून ने 30 मई को केरल के साथ उत्तर-पूर्वी राज्यों में एक साथ दस्तक दी थी।

जानिए बिहार में किस तरह पहुंचता है मानसून…

1 केरल तट पर मानसून के आने के बाद यह दो भागों में बंटता है। एक भाग अरब सागर से होते हुए पश्चिमी घाट की ओर चला जाता है। जिससे महाराष्ट्र व इससे सटे राज्यों में बारिश होती है। दूसरा भाग बंगाल की खाड़ी में पहुंचता है।

2 बंगाल की खाड़ी में मानसून का पाथ हसुआ (सिकेल) के आकार का हो जाता है। इसका ऊपरी भाग पूर्वोत्तर राज्यों व उत्तर भारत में चला जाता है। पू्र्वात्तर राज्यों से मानसून आगे बढ़ते हुए बिहार आैर झारखंड में एक साथ प्रवेश करता है।3 बिहार से मानसून यूपी को पार करते हुए मध्यप्रदेश तक पहुंचता है। मप्र से आगे बढ़ते हुए राजस्थान के अरावली की पहाड़ियों से टकराने के बाद पूर्वी राजस्थान में बारिश होती है। 15 जुलाई तक देश भर में सक्रिय हो जाता है।

मानसून अगले एक से दो दिन में महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ व ओडिशा में दस्तक देगा

एक साथ होती है। वहीं, मानसून अगले एक से दो दिन के अंदर कर्नाटक के सभी हिस्सों को पार करके महाराष्ट्र पहुंचेगा। महाराष्ट्र के अलग-अलग हिस्सों में मानसून की पहुंचने की तारीख 5 से 10 जून के बीच है। इस बार मानसून ने 30 मई को केरल के साथ उत्तर-पूर्वी राज्यों में एक साथ दस्तक दी थी।

Kunal Gupta
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