“पालना घर का उद्घाटन:बच्चों के मनोरंजन के लिए रखे गए तरह-तरह के खिलौने,रंग-रोगन और चित्रकारी
मुजफ्फरपुर जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने समाहरणालय परिसर में पालना घर का विधिवत उद्घाटन फीता काटकर किया। उल्लेखनीय है कि महिला और बाल विकास निगम की ओर से संचालित पालना घर एक महत्वपूर्ण केंद्र है। जहां वैसे सरकारी अधिकारी और कर्मचारी के बच्चों को रखा जाता है जिन्हें ऑफिस में कार्यरत रहने के कारण घर पर बच्चों की देखभाल करने की फुर्सत नहीं मिलती है। इस पालना घर की क्षमता 10 बच्चों की है जबकि इसमें अभी 11 बच्चे निबंधित हैं।
पालना घर के मुख्य कक्ष में प्ले स्कूल की भांति बच्चों के मनोरंजन के लिए तरह-तरह के खिलौने, झूला, पालना, कार आदि है। पालना घर के दीवारों पर रंग-रोगन और चित्रकारी की गई है। जो बच्चों के लिए आकर्षण का केंद्र है।
विश्राम कक्ष, रसोईघर और शौचालय भी
इसमें बच्चों की देखभाल के लिए क्रेच वर्कर और सहायक क्रेच वर्कर कार्यरत है। पालना घर में कर्मी और बच्चों के विश्राम के लिए अलग से विश्राम कक्ष, रसोईघर और शौचालय है। महिला और बाल विकास निगम की ओर से पालना घर के नोडल पदाधिकारी के रूप में डीपीओ आईसीडीएस चांदनी सिंह कार्यरत हैं।
जिले में वर्तमान में दो पालना घर कार्यरत है पहला, समाहरणालय परिसर में दूसरा मुजफ्फरपुर जेल परिसर में और तीसरा पुलिस अधीक्षक कार्यालय में पालना घर स्थापित होने के लिए प्रस्तावित है।
जिलाधिकारी के साथ अपर समाहर्ता विधि व्यवस्था सुधीर कुमार सिन्हा, जिला गोपनीय प्रभारी विनीत कुमार, डीपीओ आईसीडीएस चांदनी सिंह सहित कई अन्य अधिकारी और कर्मी उपस्थित थे।