बेटी से नाराज पिता ने दिल्ली में बेटी को पढ़ाने के लिए बुलाया,फिर फादर्स डे पर कर दी हत्या
मुजफ्फरपुर। बेटी के दूसरी जाति के युवक से शादी करने के निर्णय ने पिता को इतना बेहरम बना दिया कि वह बेटी का कातिल बन गया। हजार किलोमीटर दूर दिल्ली में इस हत्या की सूचना दो दिन बाद तक सरैया के चक बाजो गांव में मां और बहन को नहीं पहुंची।
पिता नंद किशोर ने बेटी गुंजा को पहले दिल्ली बुलाया। इसके बाद फादर्स डे के दिन ही उसकी जान ले ली। गांव में मां चिंता देवी और बहन लक्ष्मी को इसकी जानकारी नहीं थी कि गुंजा की हत्या कर दी गई है।
दूसरी जाति के लड़के से शादी की जिद पर अड़ी थी गुंजा
फोन करने पर गुंजा की बड़ी बहन लक्ष्मी ने यह स्वीकार किया कि परिवार के निर्णय के विरोध में वह दूसरी जाति के युवक से शादी करना चाहती थी। पिता यह नहीं चाहते थे। बहन की हत्या की बात सुनते ही लक्ष्मी फोन पर ही रोने लगी। उसने कहा, ‘जिद जान ले लेलकई’। वह अपनी बहन की जिद की बात कह रही थी। इसके बाद उसने पिता के बारे में पूछा। जब उसे बताया गया कि उसे गिरफ्तार कर लिया गया है, वह अचानक से शांत हो गई।
घर के एक सदस्य की हत्या के बाद भी इसकी जानकारी नहीं होने की वजह जो भी हो कारण का पता लक्ष्मी को जरूर है। छोटा भाई भी दिल्ली में रहता है, मगर पिता के साथ नहीं। उसने कहा कि अलग-अलग काम करने के कारण वह पिता से अलग रहता है।
मां से बात कराने के सवाल पर कहा कि वह सो रही है। उसे भी इस बारे में कुछ जानकारी नहीं है। दो दिनों से भाई और पिता से बात नहीं हुई है। जबसे होश संभाला है पिता नंद किशोर को दिल्ली में ही काम करते देखा। कुछ माह पहले ही गुंजा को वहां पढ़ाने के लिए ले गए थे, मगर ऐसा होगा इसका यकीन नहीं हो रहा।