“बिहार से गुजरेंगे 2 हाईस्पीड कॉरिडोर,रक्सौल-हल्दिया पोर्ट और गोरखपुर-किशनगंज-सिलिगुड़ी एक्सप्रेस-वे को मिली मंजूरी
बिहार से गुजरने वाले 2 हाई स्पीड कॉरिडोर- रक्सौल-हल्दिया पोर्ट एक्सप्रेस-वे और गोरखपुर-किशनगंज-सिलिगुड़ी एक्सप्रेस-वे को मंजूरी मिल गई है। केंद्र ने भारतमाला 2 ए योजना के तहत देश में कुल 12 ऐसे कॉरिडोर की स्वीकृति दी है जिसमें बिहार से गुजरने वाले ये दोनों कॉरिडोर भी शामिल हैं। इसके लिए जमीन अधिग्रहण और इसी साल कम से कम 100 किमी निर्माण लक्ष्य एनएचआई को दिया गया है।
रक्सौल हल्दिया पोर्ट एक्सप्रेस-वे बिहार झारखंड और पश्चिम बंगाल से गुजरेगा। वहीं गोरखपुर-किशनगंज-सिलिगुड़ी एक्सप्रेस-वे उत्तर प्रदेश, बिहार और पश्चिम बंगाल से गुजरेगा। बिहार में पहली बार एक्सेस कंट्रोल्ड एक्सप्रेस-वे निर्माण का रास्ता साफ हुआ जो उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे की तरह दोनों तरफ कांटों से घिरा होगा। एक्सप्रेस-वे पर औसत स्पीड 100-120 किमी प्रति घंटा होगी।
रक्सौल-हल्दिया पोर्ट
कुल लंबाई 719 किलोमीटर ,बिहार में 367 किलोमीटर, लागत- 20,000 करोड़
यह एक्सप्रेस-वे पूर्वी चम्पारण, शिवहर, सीतामढ़ी, मुजफ्फरपुर, बेगूसराय, लखीसराय, जमुई एवं बांका से गुजरेगा। क्षेत्र का आर्थिक विकास होने के साथ-साथ एक्सप्रेस-वे के किनारे औद्योगिक विकास भी होगा। रोजगार के अवसर सृजित होंगे। नेपाल बॉर्डर से हल्दिया पोर्ट की दूरी 22 फीसदी घटेगी।
गोरखपुर-सिलीगुड़ी
कुल लंबाई- 521 किलोमीटर, बिहार में 416 किलोमीटर, लागत- 23,000 करोड़ ये एक्सप्रेस-वे पश्चिमी चम्पारण, पूर्वी चम्पारण, शिवहर, सीतामढ़ी, मधुबनी, सुपौल, अररिया एवं किशनगंज जिले से गुजरेगा। देश के पूर्वी इलाके असम, सिक्किम, अरुणाचल समेत सभी 8 राज्यों को उत्तर एवं मध्य क्षेत्र से कनेक्टिविटी मिलेगी। गोरखपुर से सिलिगुड़ी के बीच 50% समय बचेगा।
नई सरकार के गठन के साथ ही डबल इंजन की सरकार ने राज्य को दो हाई स्पीड कॉरिडोर की सौगात दी है। बिहार से गुजरने वाले वाराणसी-कोलकाता एक्सप्रेस-वे ( लंबाई-136 किमी. ,लागत 5241 करोड़) का निर्माण भी शुरू होने वाला है।
उपमुख्यमंत्री सह पथ निर्माण मंत्री: विजय कुमार सिन्हा