जुड़वा बहनों ने पाई सफलता,एक ने 98 तो दूसरी बहन ने हासिल किए 95 प्रतिशत अंक
ग्रेटर नोएडा। केंद्रीय विद्यालय ग्रेनो में 10वीं की पढ़ाई करने वाली जुड़वा बहनें परीक्षा में सफल नहीं हैं। पूर्वी सिंह ने 98 व उतरा सिंह ने 95 प्रतिशत अंक प्राप्त किए।उनका कहना है कि परीक्षा की तैयारी दोनों साथ-साथ की थी। तैयारी के दौरान दोनों में आपस में ही प्रतिस्पर्धा होती थी। एक साथ बैठकर पांच से छह घंटे पढ़ाई करती थीं। किसी सवाल के समझ न आने पर एक-दूसरे की मदद करती थीं।
किसान की बेटी ने 94 व आया की बेटी ने पाए 91.6 प्रतिशत अंक
संवाद सहयोगी, जेवर। सीबीएसई के परीक्षा परिणाम में किसान की बेटी ने 12वीं कक्षा में 94 प्रतिशत अंक प्राप्त किए हैं। वहीं 10वीं कक्षा में विधवा आया की बेटी ने 92 प्रतिशत अंक प्राप्त कर मां के सपने को पूरा करने के लिए एक पायदान छू लिया है। दोनों बेटियां डॉक्टर बनकर देश की सेवा करना चाहती हैं।
दयानतपुर खेड़ा के चंद्रपाल सिंह खेती-किसानी का काम कर परिवार का भरण-पोषण करते हैं। उनकी बेटी कनिका ने प्रज्ञान पब्लिक स्कूल जेवर से कक्षा 12वीं में विज्ञान वर्ग में 94.2 प्रतिशत अंक प्राप्त किए हैं। कनिका ने बताया कि वह डाक्टर बनकर देश की सेवा करना चाहती है।जेवर के मोहल्ला बनीइसराइल की मीनाक्षी ने बताया कि दस वर्ष पूर्व पिता बच्चू शर्मा की मौत के बाद घर में दुखों का पहाड़ टूट पड़ा था। उसकी मां कौशल्या ने निजी विद्यालय में आया का काम कर अपनी दो बेटियों की पढ़ाई पर ध्यान दिया।
सोमवार को सीबीएसई दसवीं का परीक्षा का परिणाम घोषित होने पर मीनाक्षी ने अपनी मां के सपनों को पूरा करते हुए 91.6 प्रतिशत अंक प्राप्त किए। मीनाक्षी अच्छे अंकों से बारहवीं पास कर डाक्टर बनकर देश की सेवा करना चाहती है।
अर्थशास्त्र में करियर बनाना चाहती है सुरभि
सेक्टर-44 स्थित एमिटी इंटरनेशनल स्कूल की छात्रा सुरभि मित्तल ने 12वीं मानविकी वर्ग में 99.2 प्रतिशत अंक प्राप्त किए हैं। उन्होंने मनोविज्ञान में 99, राजनीति विज्ञान में 100, गणित में 98, अंग्रेजी में 100 और अर्थशास्त्र में 99 अंक प्राप्त किए हैं।सुरभि ने बताया कि उन्होंने पूरे साल पढ़ाई करने के साथ दिसंबर से लगातार पिछले वर्षों के प्रश्नपत्र हल किए। अर्थशास्त्र में भविष्य के क्षेत्र में करियर बनाना चाहती है। 10वीं में 99.8 प्रतिशत अंक प्राप्त करने वाली सुरभि विदेश से स्नातक करेगी। इसके लिए वह पूरी तरह से तैयारी कर रही है।
इसके लिए अलग-अलग विश्वविद्यालयों में आवेदन किया है। उनका सभी छात्रों को यही कहना है कि परीक्षा को लेकर तनाव न ले और समय प्रबंधन का ध्यान रखें। उनको स्कूल के शिक्षकों से खास सहायता मिली। उनके पिता आशीष मित्तल आइटी इंजीनियर है व मां अंजली एक निजी स्कूल में शिक्षिका है।