अक्षय तृतीया; 23 साल बाद इस बार गुरु-शुक्र ग्रह के अस्त होने के कारण शादी-विवाह नहीं होंगे,जाने खरीददारी का शुभ मुहर्त
अक्षय तृतीया का पावन पर्व वैशाख मास के शुक्ल पक्ष की तृतीया को शुक्रवार को मनाया जाएगा। इस दिन रोहिणी व मृगशिरा नक्षत्र का युग्म संयोग रहेगा। रवियोग का भी सुयोग रहेगा। ज्योतिष शास्त्र में अक्षय तृतीया को अबूझ मुहूर्त कहा गया है। तृतीया के दिन स्नान-दान, व्रत, पूजा-पाठ, धार्मिक अनुष्ठान, शुभ कार्य आदि करने से सहस्त्र गोदान के साथ अक्षय पुण्य की प्राप्ति होती हैं।अक्षय तृतीया पर महिलाएं अपने सुहाग की रक्षा के लिए श्रीहरि विष्णु, माता लक्ष्मी व गौरी की पूजा और व्रत करेंगी।
इस दिन भगवान नारायण व लक्ष्मी माता को कमल पुष्प, श्वेत फूल, कमलगट्टा, आदि से पूजा की जाती है। साथ ही श्रीसूक्त, कनकधारा का पाठ करने से अक्षय पुण्य लाभ मिलता है। इस दिन को दान-पुण्य का महापर्व कहा जाता है। ज्योतिषी राकेश झा ने बताया कि अक्षय तृतीया पर स्वयं सिद्ध एवं अबूझ मुहूर्त होने पर भी 23 साल बाद शादी-विवाह जैसे मांगलिक कार्य नहीं होंगे। बीते 29 अप्रैल को पूर्व दिशा में शुक्र ग्रह और 6 मई पश्चिम दिशा में गुरु अस्त हो गए। दोनों ग्रह सुख, समृद्धि, वैभव, वैवाहिक जीवन के कारक हैं। इसीलिए इस बार अक्षय तृतीया पर सिर्फ पूजा-पाठ, स्नान-दान आदि होंगे।
अक्षय तृतीया पर राशि अनुसार खरीदारी
मेष – सोना एवं पीतल
वृष – चांदी एवं स्टील
मिथुन – सोना, चांदी व पीतल
कर्क – चांदी, कपड़े
सिंह – सोना व तांबा
कन्या – सोना, चांदी, पीतल
तुला – चांदी, इलेक्ट्रॉनिक्स व फर्नीचर
वृश्चिक – सोना व पीतल
धनु – सोना, पीतल, फ्रिज, वाटर कूलर
मकर – सोना, पीतल, चांदी व स्टील
कुंभ – सोना, चांदी पीतल स्टील व वाहन
मीन – सोना, पीतल, पूजन सामग्री व बर्तन
करीब सौ करोड़ का कारोबार होगा
अक्षय तृतीया पर बाजार में रौनक दिख रही है। इस मौके पर लोग गहनों की बुकिंग पहले से ही कराते हैं। इस बार सराफा कारोबारियों ने विशेष तैयारी की है। इस दिन सोने-चांदी की खरीदारी शुभ मानी जाती है। ऐसे में कारोबारियों को अच्छे कारोबार की उम्मीद है। ग्राहकों को लुभाने के लिए बाजार में हल्के व नए डिजाइन के जेवरों की रेंज भी उपलब्ध है। जगमोहन लाल ज्वेलरी के सौरभ रस्तोगी के अनुसार बाजार में काफी रौनक दिख रही है। इस बार उम्मीद है कि सभी आभूषणों को मिला दें तो करीब 100 करोड़ का कारोबार होगा। महंगाई बढ़ने के कारण एक ग्राम और उसके ऊपर के गहनों की डिमांड काफी बढ़ा है। खासकर लोगों का बजट कम होने से हल्के गहने पसंद कर रहा है। चूड़ी 4 से 5 ग्राम, नेकलेस 5 से 8 ग्राम, टीका 2.5 ग्राम का बिक रहा है। युवा पीढ़ी 2 से 3 ग्राम की चेन खूब खरीद रही है। इस बार अक्षय तृतीया पर करीब 1500 दोपहिया और 100 चार पहिया गाड़ियों की बुकिंग हुई है।
अक्षय तृतीया में पूजा व खरीदारी का शुभ मुहूर्त
तृतीया तिथि : प्रातः 5:40 बजे से पूरे दिन
रोहिणी नक्षत्र : दोपहर 12:32 बजे तक
चर-लाभ-अमृत योग : प्रातः 5:40 बजे से 10:07 बजे तक
अभिजीत मुहूर्त : दोपहर 11:20 बजे से 12:13 बजे तक
शुभ योग मुहूर्त : दोपहर 11:46 बजे से 01:26 बजे तक
चर योग मुहूर्त : शाम 4:45 बजे से 06:24 बजे तक