अब बिजली बिल को लेकर नहीं होगी झिकझिक:गांव में भी लगेगा स्मार्ट प्रीपेड मीटर,शिकायत होगी खत्म
पटना।रोहतास। विद्युत विभाग शहरी क्षेत्र के उपभोक्ताओं की तरह ग्रामीण क्षेत्रों में भी उपभोक्ताओं को स्मार्ट बनाने की तैयारी में जुट गया है। अब शहरी क्षेत्र की तरह ग्रामीण इलाकों में डिजिटल विद्युत मीटर की जगह स्मार्ट मीटर लगेगा।
इसी महीने से शुरू होगा स्मार्ट मीटर लगाने का काम
ग्रामीण क्षेत्रों में इस माह के अंतिम में बिजली कंपनी स्मार्ट मीटर लगाने का कार्य शुरू करेगी। इसके लगने से बिजली कंपनी को न तो बिजली बिल कलेक्शन का झंझट रहेगा और न ही उपभोक्ताओं को समय से बिजली बिल नहीं मिलने या रीडिंग में गड़बड़ी की शिकायत करनी पड़ेगी। अब शहरी विद्युत उपभोक्ताओं की तरह जितने का रिचार्ज होगा, उतनी ही बिजली मिलेगी। इसके लगने से उपभोक्ताओं के साथ साथ विभाग को भी फायदा होगा।
विद्युत डिविजन क्षेत्र में हैं 1.80 लाख उपभोक्ता
विद्युत विभाग के अधिकारियों के अनुसार डेहरी विद्युत डिविजन क्षेत्र में लगभग एक लाख 80 हजार उपभोक्ता है। इसमें एक लाख 60 हजार ग्रामीण व 20 हजार शहरी क्षेत्र में उपभोक्ता हैं।शहरी क्षेत्र में अब तक आठ हजार उपभोक्ताओं के घरों या प्रतिष्ठानों में स्मार्ट मीटर लगाया गया है। शेष बचे हुए उपभोक्ताओं के घरों या प्रतिष्ठानों में स्मार्ट मीटर लगाने का कार्य जारी है। हालांकि, शहरी क्षेत्र में अभी कई सरकारी विभागों में स्मार्ट मीटर के बजाए डिजिटल मीटर लगा हुआ है।
अधिकारियों को मिलेगी समस्याओं से छुटकारा
विभाग के अनुसार अक्सर ग्रामीण क्षेत्रों में 40 प्रतिशत से कम उपभोक्ताओं द्वारा बिजली बिल का भुगतान नहीं करने के चलते उक्त गांव के ट्रांसफार्मर से बिजली आपूर्ति बाधित कर दी जाती है।ग्रामीण क्षेत्रों में स्मार्ट मीटर लगने से रेवेन्यू कलेक्शन का बिजली अधिकारियों को झंझट नहीं रहेगा। अब ट्रांसफार्मर से पूरे गांव के बजाए सिर्फ उसी घर की आपूर्ति बंद कर दी जाएगी, जिस पर बकाया रहेगा।
क्या कहते हैं अधिकारी
विद्युत डिविजन क्षेत्र में लगभग एक लाख 80 हजार उपभोक्ता हैं। इसमें शहरी क्षेत्र में 20 हजार व ग्रामीण क्षेत्र में एक लाख 60 हजार उपभोक्ता है। शहरी क्षेत्रों की तरह ग्रामीण क्षेत्र में स्मार्ट बिजली मीटर लगाने का कार्य इस माह के अंतिम में शुरू होगा- सोमनाथ पासवान, कार्यपालक विद्युत अभियंता