“मुस्लिम परिवार 70 साल से…बना रहा महावीरी झंडा:हर साल डेढ़ लाख तक बनाते हैं झंडा
पटना।गया शहर का एक मुस्लिम परिवार हैं, जो लगभग 70 साल से महावीरी झंडा बना रहा है। गया शहर के कोतवाली थाना क्षेत्र अंतर्गत केपी रोड डालमिया मार्केट के समीप मुस्लिम परिवार 70 साल से रामनवमी का झंडा बना रहे है। इस परिवार के मोहम्मद युनुस और सलीम बताते हैं कि पहले दादा-परदादा रामनवमी का झंडा बनाते थे। अब हम अपने पूर्वजों का काम संभाल रहे हैं। मोहम्मद युनुस और मोहम्मद सलीम साल भर में 50 हजार से डेढ़ लाख झंडा तैयार कर लेते हैं। इनके पिता और दादा ने यह धंधा शुरू किया था। अब उनके बेटे भी महावीरी झंडा बनाने के काम में लग गए हैं।
‘1 लाख से डेढ़ लाख के बीच झंडा बनाते हैं’
मोहम्मद सलीम ने बताया कि उनका पिछले 70 साल से रामनवमी के लिए झंडा बना रहा है। मैं ख़ुद पिछले 35 साल से झंडा बनाने में लगा हूं। रामनवमी पर्व खत्म होने के बाद वह अगले साल के रामनवमी पर्व को लेकर झंडा बनाने में फिर लग जाते हैं। एक साल में लगभग 1 लाख से डेढ लाख के बीच झंडा बनता है, जिसकी कीमत 10 रुपए पीस से लेकर 5 हजार तक होती है।
रामनवमी में 1000 से 5000 तक का झंडा बनाते हैं और 10 फीट से लेकर 50 फीट तक के झंडे का आर्डर ज्यादा आता है। उन्होंने आगे बताया कि उनके हाथों से सीला गया ध्वज, अनेकों शहर में लहराया जा चुका है। उसी तरह इस साल भी कई बड़े-बड़े महावीरी ध्वज तैयार किया जा रहे हैं, जो गया के विभिन्न अखाड़ों के जुलूस की शान और शोभा बढ़ाएंगे। उन्होंने आगे बताया कि ध्वज के लिए अधिकांश कपड़ा दिल्ली से मंगवाया जाता है।