बिहार समेत दूसरे राज्यों में फैला है गिरोह का नेटवर्क:नाबालिग लड़कियों को अगवा कर बेचने का मामला
पटना में कदमकुआं पुलिस ने नाबालिग लड़कियों को अगवा कर देह व्यापार के दलदल में धकेलने वाले गिरोह के दो सदस्यों को पकड़ा है। पूछताछ और मोबाइल के चैट से कई अहम खुलासे हुए हैं।
गैंग की पहुंच पटना, मुगलसराय, धनबाद, मुजफ्फरपुर, आसनसोल, सियालदाह समेत हावड़ा स्टेशन तक है। गिरोग में कई सक्रिय सदस्य हैं, जो अलग-अलग जगहों या रेलवे स्टेशनों से लड़कियों को अगवा करता था। पूछताछ के दौरान कोलकाता के खरीदार का भी पता चला है। जिसकी गिरफ्तारी के लिए कोलकाता पुलिस से संपर्क किया जा रहा है। पटना समेत कई स्टेशनों पर इसकी सूचना देकर वहां की पुलिस को एक्टिव कर दिया गया है।
एक दर्जन से अधिक नाबालिग लड़कियों को अगवा कर बेचा
बख्तियारपुर की प्रतिमा देवी (50) और दरभंगा के कन्हैया कुमार (20) पिछले 3 साल से साथ में काम कर रहे हैं। इन दोनों ने मिलकर अभी तक एक दर्जन से अधिक नाबालिग लड़कियों को अगवा कर बेच दिया है।
50 हजार से 1.5 लाख रुपए मिलते थे
प्रतिमा देवी स्टेशन पर दिन भर घूमती रहती थी। ज्यादातर समय कन्हैया उसके साथ रहता था। कन्हैया ऑटो चलाता है। प्रतिमा देवी का काम होता था घूम घूमकर लड़की को चुनना। फिर दोनों मिलकर लड़की को अगवा करके बेच देते थे। इसके एवज में उन्हें तुरंत 50 हजार से 1.5 लाख तक रुपए मिल जाते थे।
कोलकाता के देह व्यापारी के हाथों बेचती थी
पूछताछ में प्रतिमा देवी ने यह कबूल किया है कि अभी तक एक दर्जन से ज्यादा नाबालिग लड़कियों को उसने कन्हैया की मदद से अगवा कर उन्हें कोलकाता के देह व्यापारी के हाथों बेच चुकी है। नाबालिग को अगवा करने के बाद उसको बेहोश कर सिर्फ कोलकाता की पार्टी को बताना होता था। कुछ ही घंटों में उसके लोग आकर इन लोगों को पैसा देकर लड़कियों अपने साथ ले कर चले जाते थे।
मुगलसराय और मुजफ्फरपुर चुराकर पटना तक लाता था
कन्हैया ने पुलिस को बताया कि गिरोह के दूसरे सदस्य नाबालिग लड़कियों को मुगलसराय और मुजफ्फरपुर चुराकर पटना तक लाता था। इस दौराना नशीली दवाओं का इस्तेमाल करते थे। पुलिस कन्हैया के दूसरे साथियों की गिरफ्तारी के लिए दबिश बनाए हुए है।