क्या इस सीट पर कटेगा पशुपति पारस का पत्ता? भाजपा ही ना कर दे ‘खेला..
Patna.नवादा। नवादा में वोटरों के बीच चुनावी चर्चा शुरू हो गई है। अबकी बार नवादा संसदीय क्षेत्र से संसद में किसकी भागीदारी होगी, कौन अपने चुनाव चिह्न के साथ मतदाताओं के बीच वोट मांगने पहुंचेंगे इसे लेकर गर्मागर्म बहस का दौर जारी है।
भारतीय जनता पार्टी ने लोकसभा चुनाव के लिए देश के 195 सीटों पर अपने प्रत्याशियों का एलान कर दिया। इनमें बिहार के सभी पड़ोसी राज्यों में किसी न किसी सीट पर उम्मीदवार की घोषणा हुई है। चाहे झारखंड हो या उत्तर प्रदेश। पश्चिम बंगाल में भी उम्मीदवार का नाम तय किया गया है। जिसके बाद से नवादा संसदीय क्षेत्र में लोकसभा चुनाव को लेकर उम्मीदवार के नामों पर चर्चा का दौर प्रारम्भ हो गया है।हर कोई अपने पसंद और अनुमान के आधार पर उम्मीदवारों के नाम की चर्चा कर रहे हैं। चौक-चौराहे हो या चाय की दुकान। नवादा से राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन से कौन उम्मीदवार होगा या महागठबंधन से किसे जिम्मेवारी मिलेगी। वोटर अपने-अपने कयास लगा रहे हैं।
नवादा सीट से भाजपा उम्मीदवार पर खासा जोर
वर्तमान में नवादा के सांसद चंदन कुमार हैं। वह लोजपा (पशुपति पारस) गुट से हैं। नवादा सीट भारतीय जनता पार्टी के लिए खास रही है। 2009 और 2014 के चुनावों में यहां से भाजपा प्रत्याशी विजयी रहे। 2019 में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की ओर से सहयोगी पार्टी लोक जनशक्ति को यह सीट दे दी गई, लेकिन इस बार नवादा सीट से भाजपा उम्मीदवार तय हो, इसपर भाजपा कार्यकर्ताओं का खासा जोर है।
हालांकि, अंतिम निर्णय गठबंधन के आलाकमान ही तय करेंगे। आम मतदाता भी राजग (एनडीए) और महागठबंधन के बीच सीधी टक्कर हो, इसकी इच्छा पाले हुए हैं। चर्चाओं के बीच ये मुद्दा भी प्रभावी है।अब राजग की ओर से कौन प्रत्याशी होंगे और महागठबंधन किसे अपना टिकट देगी, राजनीतिक महकमें में भी यह स्पष्ट नहीं हो सका है। इन सबके बीच जनता जनार्दन अपने तर्कों पर प्रत्याशियों के नाम की कसौटी कसने में जुटी है। देखना ये है कि आनेवाले दिनों में कौन बाजी मारता है।”