आज का मौसम; उत्तर बिहार के जिलों में तेज हवा के साथ बारिश की है संभावना,किसानो को फसलों की कटाई सावधानी पूर्वक करने की सलाह
आज का मौसम;समस्तीपुर.ग्रामीण कृषि मौसम सेवा पूसा एवं भारत मौसम विज्ञान विभाग द्वारा शुक्रवार को दो से छह मार्च तक का मौसम पूर्वानुमान जारी किया गया। इसमें बताया गया है कि इस अवधि में उत्तर बिहार के जिलों में पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से तीन-चार मार्च को आसमान में गरज वाले बादलों के बनने के साथ साथ उत्तर बिहार के अनेक स्थानों पर हल्की वर्षा हो सकती है। वर्षा के समय हवा की रफ्तार तेज हो सकती है। इस अवधि में अधिकतम तापमान 28 से 30 डिग्री सेल्सियस एवं न्यूनतम तापमान 14-17 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने का अनुमान है। इस दौरान औसतन सात-आठ किमी प्रति घंटा की रफ्तार से पछिया हवा तथा पुरवा हवा चलने की सम्भावना है। वहीं सापेक्ष आर्द्रता सुबह में 85 से 95 प्रतिशत तथा दोपहर में 55 से 65 प्रतिशत रहने की संभावना है। शुक्रवार को को अधिकतम तापमान सामान्य से 0.2 डिग्री अधिक रहते हुए 28 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। वहीं न्यूनतम तापमान सामान्य से 3.1 डिग्री कम रहते हुए 11 डिग्री दर्ज किया गया।
तीन-चार मार्च को वर्षा की संभावना को देखते हुए किसानों को कृषि कार्यों में सतर्कता बरतने की सलाह दी गई है। उन्हें अभी इस दौरान खड़ी फसलों में सिंचाई स्थगित रखने की सलाह दी गई है। फसलों में कीटनाशक दवाओं का छिड़काव मौसम साफ रहने पर करें। इस अवधि के दौरान सरसों की तैयार फसलों की कटाई सावधानी पूर्वक करें। मौसम को देखते हुए बसंतकालीन मक्का की बुआई करें। जुताई से पूर्व खेतों में प्रति हेक्टेयर 15-20 टन गोबर की खाद, 40 किलोग्राम नेत्रजन, 40 किलोग्राम सल्फर एवं 30 किलोग्राम पोटाश का व्यवहार करें। बुआई के लिए सुबान, देवकी, गंगा 11, शक्तिमान 1 एवं 2 किस्में अनुशंसित है। बीज दर 20 किलोग्राम प्रति हेक्टेयर की दर से व्यवहार करें। प्रति किलोग्राम बीज को 2.5 ग्राम श्रीरम या कटाफ द्वारा उपचारित कर बुआई करें। रबी मक्का की धनबाल व मोचा निकलने से दाना बनने की अवस्था बाली फसल में पर्याप्त नमी बनाए रखें।
^पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से तीन-चार मार्च को आसमान में गरज वाले बादलों के बनने के साथ साथ उत्तर बिहार के अनेक स्थानों पर हल्की वर्षा हो सकती है। दैनिक कृषि कार्य के प्रति किसानों को सतर्क रहने की आवश्यकता है। – डॉ. ए सत्तार, मौसम वैज्ञानिक, डीआरपीसीएयू, पूसा