बेउर जेल गेट पर इंतजार करती रही पुलिस, पिछले गेट से निकल गए दो कुख्यात
पटना। लूट और हत्या के आरोपों में आदर्श केंद्रीय कारा बेउर में बंद विक्की पांडे और बिट्टू सिंह को दोबारा गिरफ्तार करने के लिए पटना पुलिस की टीम जेल गेट पर इंतजार करती रही, लेकिन कक्षपाल सुबोध कुमार सिंह की मदद से वे पिछले रास्ते से निकल गए।दोनों पेशेवर अपराधियों के विरुद्ध कुछ महीने पहले बेउर थाने में प्राथमिकी की गई थी। हालांकि, पुलिस कागजी कार्रवाई में फंसी रही और प्रोडक्शन वारंट नहीं ले सकी। इस बीच न्यायालय से उनकी जमानत हो गई थी।
फुलवारीशरीफ एएसपी विक्रम सिहाग ने बताया कि विक्की पांडे और बिट्टू सिंह की जमानत की सूचना मिलने पर जेल प्रशासन को हिदायत दी गई थी कि वे जैसे ही बाहर निकलें, इसकी सूचना पुलिस को दी जाए। मगर, कक्षपाल के सहयोग से वे प्रतिबंधित रास्ते से निकल गए।बेउर जेल अधीक्षक ई. जितेंद्र कुमार ने कक्षपाल के विरुद्ध प्राथमिकी कराई है। जिस धारा में प्राथमिकी की गई है, उसमें सात वर्षों से कम सजा का प्राविधान है। ऐसे में आरोपित कक्षपाल को नोटिस देकर पूछताछ की जाएगी।
महिला बैरक से होकर गुजरता है पिछला रास्ता
बताया जाता है कि बेउर जेल का पिछला रास्ता महिला बैरक से होकर गुजरता है। यह रास्ता प्रतिबंधित है। सूत्रों की मानें तो कक्षपाल ने पीछे के रास्ते का दरवाजा नहीं खोला था, बल्कि उन्हें बाउंड्री पार करा निकाल दिया।
कागजी कार्रवाई पूरी होने तक कक्षपाल विक्की पांडे और बिट्टू सिंह के साथ ही था। जब दूसरे कैदियों को मुख्य द्वार से लेकर जाया जा रहा था, तभी वह गुपचुप तरीके से दोनों बंदियों को साथ लेकर महिला बैरक की तरफ चला गया था। एएसपी ने बताया कि पूछताछ के बाद कई बिंदुओं पर निर्णय लिया जाएगा।”