समस्तीपुर जंक्शन के प्लेटफार्म नंबर एक पर लगा लगेज स्कैनर बनी शोभा की वस्तु,लंबे समय से है खराब
समस्तीपुर जंक्शन पर लगा लगेज स्कैनर शोभा की वस्तु बनकर रह गया है। लाखों रुपए की इस मशीन को ठीक करने की दिशा में अब तक कोई पहले नहीं की जा रही है। मशीन में तो अब जंग भी लगने लगा है। स्टेशन सिक्योरिटी प्लान के तहत करीब 3 वर्ष पूर्व लगेज स्कैनर को समस्तीपुर स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर 1 से निकलने वाले गेट नंबर 1 के सामने लगाया गया था। ताकि प्लेटफार्म पर जाने वाले यात्रियों और ट्रेन से उतरने वाले यात्रियों के सामानों की जांच हो सके।
लगेज स्कैनर के बीच से गुजरने वाले लगेज से यह जानकारी मिल जाती की लगेज के अंदर यात्री क्या छुपा कर ले जा रहे हैं ऐसी स्थिति में अगर कोई भी व्यक्ति ट्रेन के अंदर हथियार अथवा आपत्तिजनक सामान ले जाया जा रहा होता तो उसे पूर्व ही पकड़ा जाता। लेकिन लगे जैसे स्केनर के ठीक नहीं रहने के कारण इस दिशा में कोई कार्रवाई नहीं हो सकी।
करीब 3 वर्ष पूर्व लगेज स्कैनर को प्लेटफार्म नंबर एक पर लगाया तो गया लेकिन यह अब तक काम नहीं कर सका जिसका नतीजा है कि बिना चेकिंग ही यात्री अपने सामानों को लेकर ट्रेनों में सवार होते हैं और वही ट्रेन से उतरने के बाद अपने घर की ओर रवाना हो जाते हैं।
कैसे काम करता लगेज स्कैनर
बताया गया कि लगेज स्कैनर में हाई क्वालिटी कैमरा लगाया गया है जिसे मशीन के अंदर से लगेज के गुजरने पर उसकी तस्वीर खींच जाती है जिससे यह पता चल जाता है कि लगेज के अंदर क्या सामान छुपा कर रखा गया है। ऐसी स्थिति में घटना होने से पूर्व ही बदमाशों को पकड़ा जा सकता था।
कई बार देख चुके हैं इंजीनियर
बताया गया है कि लगेज स्कैनर को इंस्टॉल किए जाने के बाद यहां आफ के जवान की प्रतिनिधि की गई थी लेकिन लगे जो स्कैनर काम नहीं किया जिसके बाद यहां तैनात किए गए आरपीएफ जवान को दूसरे जगह पर ड्यूटी लगाई गई अब लगे जैसे किन्नर ढालो से भरा हुआ है और सिर्फ सुबह की वस्तु बनकर आ गई है।
मंडल सुरक्षा आयुक्त ने क्या कहा
मंडल सुरक्षा आयुक्त जेएस जानी ने बताया कि स्टॉल किए जाने के बाद से ही लगे जिसके अंदर खराब चल रहा है। जिसको लेकर कार्य एजेंसी को कई बार पत्राचार किया गया है। इंजीनियरिंग की टीम ने उसे देखा भी है। उन्होंने कहा कि इसे जल्दी ठीक कर लिया जाएगा और इसके माध्यम से लगेज की चेकिंग की जाएगी।