लालू की बेटी रोहिणी सारण से लड़ सकती हैं चुनाव:परिवार के करीबी सुनील सिंह की पोस्ट
पटना.आरजेडी सुप्रीमो लालू प्रसाद की तीसरे नंबर की बेटी रोहिणी आचार्य सारण से लोकसभा चुनाव लड़ सकती हैं। अगर ऐसा होता है तो वे राजनीति में उतरने वाली लालू की एक और बेटी होंगी। साथ ही परिवार की छठवीं सदस्य होंगी। इसके पहले लालू, राबड़ी, बेटी मीसा भारती, बेटे तेज प्रताप और तेजस्वी यादव चुनाव लड़ चुके हैं।
रोहिणी के चुनाव लड़ने की काफी समय से चर्चा चल रही है। लालू परिवार के करीब और एमएलसी डॉ. सुनील कुमार सिंह ने इस तरफ बड़ा इशारा कर दिया है। उन्होंने रोहिणी आचार्य के साथ वाली तस्वीर X पर पोस्ट करते हुए लिखा- ‘ पिता के प्रति अगाध प्रेम, श्रद्धा एवं समर्पण की प्रतिमूर्ति डॉ. रोहिणी आचार्य। सारण प्रमंडल के समस्त पार्टी कार्यकर्ताओं की हार्दिक इच्छा है कि डॉ. रोहिणी आचार्य को सारण लोकसभा से राष्ट्रीय जनता दल का प्रत्याशी घोषित किया जाए।’इससे पहले गांधी मैदान में 3 मार्च को आयोजित महागठबंधन के जनविश्वास रैली के मंच पर रोहणी दिखी थीं। यह पहला अवसर था, जब वह किसी सियासी मंच पर लालू के साथ दिखी हों। हालांकि, आरजेडी की ओर से इस बारे में कोई आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है।
डॉ. सुनील कुमार सिंह के बारे में माना जाता है कि वे कोई पोस्ट लालू प्रसाद और राबड़ी देवी की भावना को देखते हुए ही करते हैं। उनको ठेस पहुंचाने के लिए नहीं। नीतीश कुमार ने जब महागठबंधन की बैठक में सुनील कुमार सिंह को सार्वजनिक रूप से कहा था कि आप बीजेपी नेताओं के संपर्क में हैं, तब सुनील कुमार सिंह ने कड़ी प्रतिक्रिया दी थी।उन्होंने कहा था कि वे सहकारिता की वजह से अमित शाह से मिले थे। सुनील सिंह अभी आरजेडी के एमएलसी और बिस्कोमान के चेयरमैन हैं। सोशल मीडिया पर वे नीतीश कुमार पर व्यंग्य करने के लिए चर्चा में रहते हैं। लालू प्रसाद के इतने करीबी हैं कि जब सिंगापुर में लालू प्रसाद और रोहिणी आचार्य का ऑपरेशन हो रहा था, तब वे भी सिंगापुर में थे।
रोहिणी ने लालू को दी अपनी एक किडनी
बता दें कि रोहिणी आचार्य ने लालू प्रसाद को अपनी एक किडनी दी है। उसके बाद ही लालू प्रसाद की सेहत में काफी सुधार हुआ है। इससे पहले उनकी सेहत लगातार गिरती जा रही थी। लालू प्रसाद ने कई मंचों से कहा भी है कि उनकी बेटी का उन पर उपकार है।गांधी मैदान में तीन मार्च को आयोजित जन विश्वास रैली के मंच पर तेजस्वी, तेजप्रताप के साथ-साथ मीसा भारती और रोहिणी आचार्य भी मौजूद थीं। यह शुद्ध रूप से राजनीतिक मंच था। अपने दोनों बेटों को लालू प्रसाद ने मंत्री बनवाया। तेजस्वी तो डिप्टी सीएम भी हुए। बेटी मीसा भारती को पाटलिपुत्रा सीट से दो बार लोकसभा चुनाव का टिकट दिया। मीसा हार गईं तो उन्हें दो बार राज्यसभा भी भेजा।
इसलिए संभावना जताई जा रही है कि लालू प्रसाद रोहिणी आचार्य को राजनीति में जरूर लॉन्च करेंगे। सुनील कुमार सिंह के पोस्ट के बाद इसकी संभावन बढ़ गई है कि रोहिणी लोकसभा का चुनाव महागठबंधन के प्रत्याशी के तौर पर लड़ सकती हैं।रोहिणी राजनीतिक मुद्दों को लेकर सोशल मीडिया पर काफी एक्टिव रहती हैं। खास कर लालू परिवार पर कोई बड़ा नेता बयान दे तो वह चुप नहीं रहती है। तुरंत रिएक्ट करती हैं। सुशील मोदी पर तो तीखे रिएक्शन की वजह से एक बार ट्वीटर ने कुछ समय के लिए उन्हें बैन कर दिया था। रोहिणी कई बार अपने रिएक्शन से बता चुकी हैं कि उनकी समझदारी राजनीतिक मुद्दों पर काफी तीक्ष्ण है।
लोग अपने-अपने तरीके से दे रहे प्रतिक्रिया
सुनील कुमार सिंह के पोस्ट पर लोग तरह-तरह की प्रतिक्रिया दे रहे हैं। रमेश चौधरी ने लिखा है कि ‘अगर लोकसभा चुनाव में बिहार के किसी भी सीट से लालू प्रसाद यादव की बेटी रोहिणी आचार्य चुनाव लड़ती हैं तो एनडीए को उनके विरुद्ध तेज प्रताप यादव की पत्नी ऐश्वर्या राय को चुनाव लड़ाना चाहिए। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा को मेरे सुझाव को गंभीरता से लेना चाहिए। राजद प्राइवेट लिमिटेड राजनैतिक पार्टी बन गया है।राजद कार्यकर्ताओं को गंभीरता से चिंतन…मनन…मंथन करना चाहिए कि क्या कोई कार्यकर्ता पार्टी केवल दरी बिछाने, झंडा ढोने, बैनर पोस्टल साटने का ही कार्य करने के लिए पार्टी में हैं। एनडीए को इसको मुद्दा बनाना चाहिए। बिहार के आम लोगों को प्रधानमंत्री मोदी यह अपनी भाषा में समझा दें कि राजद एक प्राइवेट लिमिटेड पार्टी है।’
कार्यकर्ताओं के सपनों की बलि ना चढ़ाएं
टिंकू यादव ने लिखा है ‘आदरणीय आपके द्वारा लिखी गई पोस्ट का सम्मान करता हूं, लेकिन सोचने वाली बात है पार्टी में एक कार्यकर्ता झोला, बैनर, नारा और पोस्टर के साथ पटना दौड़ते-दौड़ते आधी उम्र पार कर लेता है। उसके बाद जिलाध्यक्ष पद तक सीमित हो जाता है या संतोष करना पड़ता है। लेकिन यहां तो अचानक ही लोकसभा उम्मीदवार घोषित किया जा रहा है। जब पार्टी में इनकी गतिविधि ना के बराबर है।हां, ये बात सही है कि इन्होंने एक बेटी होने का अद्भुत उदाहरण समाज के सामने समर्पण किया जो आमतौर पर देखने को नहीं मिलता है। लेकिन इसका मतलब ये कतई नहीं की कई सालों से मेहनत कर रहे कार्यकर्ताओं के सपने की बलि चढ़ा दी जाए।’
वे जहां से लड़ेंगी जन सैलाब उमड़ पड़ेगा
कई लोग रोहिणी आचार्य को सारण से चुनाव लड़ाने के लिए टिकट देने के पक्ष में हैं। मंजू यादव ने लिखा है ‘रोहिणी आचार्य आदर्श बेटी हैं वे जहां से भी लड़ेंगी उनके साथ जन सैलाब उमड़ पड़ेगा।’ गुड्डू यादव ने लिखा है- दीदी का कर्जदार हैं, हमलोग। हमारे भगवान लालू प्रसाद यादव को नया जीवन दान दिया है।’लालू प्रसाद को चाहने वालों के लिए रोहिणी आचार्य ऐसी बेटी हैं। जिन्होंने अपना जीवन दान दिया है। अभी महागठबंधन में सीटों का ऐलान नहीं हुआ है उससे पहले सुनील कुमार सिंह का पोस्ट भविष्य की राजनीति का बड़ा संकेत है।