नहाने के दौरान गंगा में डूबने से ननद-भाभी की मौत, शव से लिपटकर बिलखते रहे बच्चे
पटना।मुंगेर)। हेमजापुर थाना क्षेत्र के अंतर्गत दुर्गापुर गांव के समीप रविवार सुबह गंगा में स्नान करने गई दो महिलाओं की मौत डूबने से हो गई। पुलिस ने दोनों शवों को पोस्टमार्टम के लिए भेजा है। होलिका दहन के दिन हुई इस घटना से गांव में शोक का माहौल है।
दरअसल, दुर्गापुर गांव निवासी मनीष कुमार की पत्नी सुनैना देवी (30) रविवार की सुबह अपनी ननद सिंधुजा कुमारी के साथ स्नान करने दुर्गापुर गंगा घाट गई थी। घाट पर और भी कई महिलाएं स्नान कर रही थीं। नदी में अधिक गहराई होने के कारण सिंधुजा डूबने लगीं। उन्हें बचाने के क्रम में सुनैना बढ़ीं तो वह भी डूब गईं।पूरे घटनाक्रम के दौरान घाट पर स्नान कर रही किसी की महिला की दृष्टि इसपर नहीं गई। काफी देर बाद स्थानीय महिलाओं ने शोर मचाया। शोर सुनकर स्वजन और ग्रामीण शव की तलाश करने में जुट गए। ग्रामीणों ने इसकी सूचना पुलिस को दी।
मछुआरों ने नाव और जाल बिछाकर निकाले शव
पुलिस ने एसडीआरएफ की टीम को भी जानकारी दी, लेकिन काफी देर तक टीम नहीं पहुंची। इसके बाद ग्रामीणों के कहने पर हेमजापुर के मछुआरे शव को खोजने में जुट गए।मछुआरों ने नाव और जाल से शवों की खोजबीन की। लगभग डेढ़ घंटे की मेहनत के बाद मछुआरों ने पहले सुनैना देवी के शव को निकाला। कुछ देर बाद सिंधुजा का शव मिला।
सिंधुजा कुमारी के पिता विजय कुमार सिंह ने बताया कि पहली बार दोनों स्नान करने के लिए गंगा घाट गई थीं। घर पर चापानल है। इसके बाद भी ननद-भौजाई स्नान करने के लिए गंगा नदी चली गईं। सुनैना के पति मनीष कुमार पेंटर का काम करते हैं।घटना के दिन में निकटवर्ती गांव में किसी घर में वे काम करने गए थे। दुर्गापुर गांव में एक साथ दो महिलाओं की डूबने से मौत पर गांव में शोक का माहौल छाया हुआ है। इस घटना से दुर्गापुर गांव में होली का रंग फीका पड़ गया।
घटनास्थल पर पहुंचे धरहरा के अंचलाधिकारी वीरेंद्र कुमार, मुखिया प्रतिनिधि राजीव रंजन व हेमजापुर थानाध्यक्ष नीरज कुमार ने बताया कि दोनों महिलाओं के शव गंगा से निकाल लिए गए हैं। इस काम में मछुआरों ने मदद की।सीओ ने बताया की सरकारी प्राविधान के अनुसार स्वजन को सरकारी मुआवजा राशि मिलेगी। सुनैना देवी के तीन पुत्र हैं जो काफी छोटे हैं। तीनों मासूमों को देख स्थानीय लोग काफी चिंतित हैं।आसपास की महिलाएं पीड़ित परिवार को सांत्वना देती रहीं। महिलाओं ने बताया कि इस साल दुर्गापुर गांव में होली का रंग काफी फीका पड़ गया है। छोटे-छोटे मासूम बच्चे अपनी मां को पकड़कर बिलखते नजर”आये।