समस्तीपुर जिले में 30 नियोजित शिक्षकों पर मंडरा रहा है नौकरी जाने का खतरा
समस्तीपुर.सक्षमता परीक्षा के बाद अब तक 7 हजार नियोजित शिक्षकों का विभाग ने थम इंप्रेशन कराया है। जिसमें 30 शिक्षकों का थम इंप्रेशन के बाद उनका दस्तावेज मैच नहीं किया था। उसके बाद स्टेट से वैसे शिक्षकों की सूची बान कर जिले के शिक्षा भवन में भेजा गया है। उन सभी शिक्षकों को शिड्यूल के अनुसार सक्षमता परीक्षा के मूल प्रमाण पत्र के साथ अन्य दस्तावेज लेकर पटना बुलाया गया था।
गड़बड़ी पाये जाने पर कार्रवाई का भी निर्देश दिया गया है। हालांकि स्टेट से अभी तक कार्रवाई के संबंध में रिपोर्ट विभाग को उपलब्ध नहीं कराया गया है। वहीं 8 मार्च से इसकी जांच शुरू है। विभिन्न तय तिथियों में इन सभी शिक्षकों की बायोमेट्रिक जांच पूरी की जानी है। जिले के 30 शिक्षकों पर नौकरी जाने की खतरा मंडरा रहा है। शिक्षा विभाग के इस नियम से शिक्षकों में भय भी है। इस अंतिम जांच में सत्यापन मैच नहीं करने पर संबधित शिक्षक को फर्जी शिक्षक घोषित करते हुए उन्हें बर्खास्त तो तत्काल ही कर दिया जाएगा।इससे पूर्व शिक्षा विभाग के निर्देश पर सभी शिक्षकों की जिले में ही थंब इम्प्रेशन से बायोमेट्रिक जांच व सत्यापन प्रक्रिया में शामिल कराया गया था। जिसमें कुल 30 शिक्षकों का सत्यापन मैच नहीं हुआ। इसके लिए उन्हें अलग से भी दूसरी तिथि में शामिल होने का मौका दिया गया था। फिर भी सत्यापन मैच नहीं हुआ है।
^शिक्षा विभाग ने इन 30 शिक्षकों की खुद जांच करने के लिए उन्हें तलब किया है। इस जांच में शामिल होने के लिए उन्होंने इन शिक्षकों को आदेश जारी किया था। जो शिक्षक इस जांच में शामिल नहीं होंगे उन्हें संदिग्ध मानते हुए विभागीय कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा। अभी विभाग से इस संबंध रिपोर्ट नहीं आया है। रिपोर्ट आने के बाद आगे की कार्रवाई होगी। – कुमार सत्यम, डीपीओ स्थापना, समस्तीपुर।