नियुक्ति पत्र लेकर भी 6 हजार 766 शिक्षकों ने नहीं किया योगदान, समस्तीपुर में 365 ऐसे शिक्षक
समस्तीपुर:सूबे में नियुक्ति पत्र और पदस्थापन पत्र लेकर भी 6766 शिक्षकों ने स्कूलों में ज्वाइन नहीं किया। बीपीएससी शिक्षक नियुक्ति के पहले चरण की रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है। स्कूल आवंटन के बाद भी इन शिक्षकों ने अबतक योगदान नहीं दिया है। मुजफ्फरपुर, दरभंगा, पटना में ऐसे शिक्षक सबसे अधिक हैं। मुजफ्फरपुर में 367 शिक्षक स्कूल आवंटन के बाद भी नहीं आए। दरभंगा में सबसे अधिक 463 शिक्षक हैं, जिन्होंने योगदान नहीं दिया। विभिन्न जिलों से मिली रिपोर्ट के अनुसार समस्तीपुर में ऐसे शिक्षकों की संख्या 365, प.चम्पारण में 244, वैशाली में 177, सीतामढ़ी में 78, मधुबनी में 186, पूर्वी चम्पारण में 265 और गया में 284 है।
6766 पद फिर से हो गए रिक्त
शिक्षकों के नहीं जाने से 6766 पद फिर से रिक्त हो गए हैं। इन सभी पदों का स्कूलवार आंकड़ा फिर से लिया जा रहा है। तीन ऐसे शिक्षक भी हैं, जिन्होंने स्कूल आवंटन नियुक्ति पत्र को वापस कर दिया है।
योगदान के बाद 66 शिक्षक फरार
सूबे के अलग-अलग जिलों में 66 ऐसे शिक्षकों की संख्या सामने आई है, जिन्होंने आवंटन पत्र ले लिया, स्कूल में योगदान भी दे दिया, लेकिन बाद में फरार हो गए। प.चम्पारण में 3, वैशाली में 1, समस्तीपुर में 2, सहरसा में 4, पूर्णिया में 1, नवादा में 1, मधुबनी में 3, बांका में 4, भागलपुर में 4, दरभंगा में 6, पूर्वी चम्पारण में 7 शिक्षक ऐसे हैं, जो योगदान के बाद से फरार हैं।
राज्य के विभिन्न जिलों के 582 नियोजित शिक्षक छह माह से अधिक दिनों से गायब हैं। वहीं, 134 ऐसे हैं, जो छह महीने से कम दिनों से बिना सूचना के स्कूलों से अनुपस्थित हैं और उन्हें निलंबित करने की अनुशंसा की जा चुकी है। पंचायती राज विभाग के अपर मुख्य सचिव मिहिर कुमार सिंह को लिखे पत्र में श्री पाठक ने कहा है कि पिछले छह माह से लगातार नियोजित शिक्षकों के विरुद्ध मॉनिटरिंग के दौरान कई तरीके की अनियमितता पायी गयी है, जिसके आलोक में संबंधित जिला शिक्षा पदाधिकारी द्वारा कई कार्रवाई की गयी है। बिना स्वीकृति के अनुपस्थित काफी शिक्षकों का वेतन काटा गया है। लेकिन, अन्य गंभीर मामलों में निलंबन और बर्खास्तगी की कार्रवाई की अनुशंसा जब की गयी तो संबंधित नियोजन इकाइयों द्वारा कोई विशेष कार्रवाई नहीं की गयी है.राज्य के विभिन्न जिलों में बिना सूचना के गायब रहने वाले 44 नियोजित शिक्षकों को निलंबित किया गया है। इनमें 34 शिक्षक ऐसे हैं, जो छह माह से कम दिनों से गायब हैं। वहीं, दस शिक्षक ऐसे निलंबित किये गये हैं, जो छह माह से अधिक दिनों से स्कूलों से गायब हैं। छह माह से अधिक दिनों से गायब 163 शिक्षकों के निलंबन की अनुशंका नियोजन इकाइयों को की गयी है।