Monday, December 23, 2024
Patna

Patna Metro: इस समय से पटना में दौड़ेगी मेट्रो ट्रेन, आ गया प्रोजेक्ट को लेकर नया अपडेट

पटना मेट्रो रेल डिपो का काम अगले साल मार्च तक पूरा हो जाएगा। वर्तमान में डिपो का निर्माण कार्य आधे से अधिक हो चुका है। डिपो निर्माण की अनुमानित लागत 143 करोड़ रुपये है।नगर विकास एवं आवास विभाग के प्रधान सचिव सह पटना मेट्रो रेल कारपोरेशन लिमिटेड के प्रबंध निदेशक संतोष कुमार मल्ल ने गुरुवार को बैरिया में नए बस स्टैंड के पास बन रहे मेट्रो रेल डिपो का निरीक्षण किया।इस दौरान अपर सचिव सुनील कुमार यादव के साथ दिल्ली मेट्रो रेल कारपोरेशन (डीएमआरसी) के अधिकारी भी मौजूद रहे। निर्माण एजेंसी ने प्रधान सचिव को बताया कि मेट्रो डिपो की भौतिक प्रगति 52 प्रतिशत हो चुकी है। मार्च, 2025 तक इसे पूरा करने का लक्ष्य है।

 

संतोष मल्ल ने डिपो में मिट्टी भराव का काम तेज करने का निर्देश दिया। इसके साथ ही परियोजना की शेष भूमि अधिग्रहण को पूरा करने को लेकर पटना डीएम से भी बात की गई। निर्माण कार्य ससमय पूरा करने का निर्देश निर्माण एजेंसी को दिया गया।मेट्रो रेल के संचालन में मेट्रो डिपो की सबसे अहम भूमिका होती है। डिपो में ही मेट्रो रेल के ट्रायल से लेकर मेंटेनेंस आदि का काम होता है। मेट्रो रेल की तकनीकी जांच आदि का काम भी डिपो में होता है।

 

मेट्रो रेल परियोजना के विस्तार की भी समीक्षा

प्रधान सचिव ने पटना मेट्रो के कोरिडोर-एक और कोरिडोर-दो के अतिरिक्त मेट्रो रेल परियोजनाो विस्तार पर भी मंथन किया। मेट्रो रेल लाइन के विस्तार की स्थित में अतिरिक्त मेट्रो स्टैबलिंग लाइन के प्रविधान की समीक्षा भी गई।उन्होंने आक्जीलरी सब स्टेशन भवन, आटो कोच वाश प्लांट, वर्क्सशाप शेड, इंस्पेक्शन शेड, इंटरनल क्लीनिंग शेड, रिसिविंग सब स्टेशन, इलेक्टि्रक एवं ट्रैक यूनिट, रेल ग्रिडिंग मशीन आदि की भौतिक प्रगति की भी समीक्षा की।

 

दिया भरोसा, राशि की नहीं होगी कमी

संतोष कुमार मल्ल ने डीएमआरसी के अधिकारियों को राज्य सरकार की तरफ से सभी तरह के प्रशासनिक सहयोग का भरोसा दिया। कहा कि मेट्रो निर्माण में राशि की कमी नहीं होगी। ससमय निधि उपलब्धता कराई जाएगी। इसके बाद प्रधान सचिव ने मेट्रो रेल कारिडोर के विभिन्न स्थानों का भी दौरा किया।

 

इस दौरान बेली रोड, कंकड़बाग, बाईपास, अशोक राजपथ, गांधी मैदान आदि जगहों पर बैरिकेड्स की सफाई नहीं पाई गई। उन्होंने नियमित अंतराल पर सफाई के साथ वाटर स्पि्रंकलर के द्वारा पानी का छिड़कांव करने का निर्देश अधिकारियों को दिया।”

Kunal Gupta
error: Content is protected !!