रिंग रोड निर्माण का कार्य पूरा होते ही आसान हो जाएगा यूपी से बिहार का सफर
पटना।ताराजीवनपुर (चंदौली)। चंदौली से वाराणसी को जोड़ने वाली रिंग रोड फेज टू का कार्य पूरा होने से चंदौली के विकास को गति मिलेगी। उक्त मार्ग से आवागमन शुरू होन से चंदौली के अलावा भदोही, जौनपुर, गाजीपुर सहित अन्य जिलों व बिहार के लोगों को सहूलियत होगी।
वाराणसी के संदहा से चंदौली के रेवसा तक बनने वाली 27 किलोमीटर फोरलेन के इस परियोजना को पूरा होने में अभी और विलंब होने की उम्मीद दिख रही है। उक्त कार्य दूसरी बार समय विस्तार के दौरान 2024 फरवरी तक होना निश्चित हुआ था, लेकिन अभी गंगा पुल व दो जगह रेलवे ओवरब्रिज बनने में विलंब होने की उम्मीद है। वैसे तो सड़क निर्माण का कार्य लगभग 95 प्रतिशत पूर्ण हो चुका है।
956 करोड़ की है परियोजना
956 करोड़ से बनने वाले उक्त परियोजना का कार्य इन दिनों काफी जोरों पर चल रहा है। हालांकि कार्य कब तक पूरा हो पाएगा इसकी सटीक जानकारी करदायी संस्था के उच्च अधिकारी देने से कतरा रहे हैं। गंगा पर बनने वाले पुल में जहां पूर्व में तीन से चार मशीन लगी थी, वहीं इन दिनों सात से आठ मशीन से कार्य ने गति पकड़ी है।
वर्ष 2019-20 में शुरू हुए उक्त परियोजना को 2022 तक पूरा करना था, लेकिन समय विस्तार कर इसकी अवधि 2024 फरवरी तक निर्धारित की गई थी, लेकिन इस अवधि में भी काम पूरा होता नहीं दिख रहा है। हालांकि इन दिनों मशीनों को बढ़ाकर काम लिया जा रहा है ताकि जल्द से जल्द कार्य को पूरा किया जा सके।
कम होगा ट्रैफिक का दबाव
परियोजना के पूर्ण होते ही वाराणसी से चंदौली आवागमन में सहूलियत होगी तथा ट्रैफिक का दबाव भी कम हो जाएगा। वही चंदौली के विकास में रिंग रोड मिल का पत्थर भी साबित होगा। इस मार्ग से जहां चंदौली के लोगों को बाबतपुर एयरपोर्ट पहुंचने में समय की बचत होगी तो वहीं आजमगढ़ गाजीपुर के लोगों को बिहार जाने के लिए भी शहर में जाने की आवश्यकता नहीं पड़ेगी।जहां पहले बिहार जाने के लिए शहर को पार करके कोलकाता टू दिल्ली हाईवे पकड़ना पड़ता था। अब दूरी भी कम हो जाएगी तो वहीं ट्रैफिक से भी निजात मिलेगी। सुखद यह भी है कि चंदौली के रेवसा में जहां यह रिंग रोड समाप्त हो रहा है, वहीं चंदौली-कोलकाता एक्सप्रसवे के निर्माण की प्रक्रिया शुरू है।”