“जानें राशि के अनुसार कैसे करें माँ सरस्वती की पूजा और शुभ मुहूर्त,रेवती नक्षत्र में कल होगा पूजा
माघ शुक्ल पंचमी के रेवती नक्षत्र और शुभ योग के सुयोग में कल सरस्वती पूजा मनाई जाएगी। यह पर्व विद्या, बुद्धि, ज्ञान, संगीत व कला की अधिष्ठात्री देवी मां सरस्वती को समर्पित है। इस दिन श्रद्धालु पीले रंग का वस्त्र धारण करते हैं। वसंत पंचमी को मां शारदे के साथ भगवान गणेश, लक्ष्मी, नवग्रह, पुस्तक-लेखनी और वाद्य यंत्र की भी पूजा होती है। पूजा के बाद श्रद्धालु एक-दूसरे को अबीर-गुलाल लगाएंगे। by
ज्ञान व शुभता के लिए पीतांबर धारण
पंडित राकेश झा के अनुसार प्रभु श्रीकृष्ण ने भी पीतांबर धारण करके सरस्वती माता का पूजन माघ शुक्ल पंचमी को किए थे। पीले रंग का संबंध गुरु ग्रह से है जो ज्ञान, धन व शुभता के कर्क माने जाते है। पीला रंग शुद्धता, सादगी, निर्मलता व सात्विकता का प्रतीक है। सरस्वती पूजा के दिन नवजात शिशुओं का पारंपरिक विधि से अक्षरारंभ संस्कार होगा। इसी दिन से उनका विद्या अध्ययन भी शुरू होगा।
मां सरस्वती
सरस्वती पूजा का शुभ मुहूर्त
पंचमी तिथि- प्रातः 06:28 बजे से शाम 05:52 बजे तक
लाभ व अमृत मुहूर्त- प्रातः 06:28 बजे से सुबह 09:15 बजे तक
शुभ योग मुहूर्त- सुबह 10:40 बजे से दोपहर 12:04 बजे तक
अभिजित मुहूर्त- 11:41 बजे से दोपहर 12:26 बजे तक
चर मुहूर्त- शाम 02:52 बजे से 04:17 बजे तक
राशि के अनुसार मां सरस्वती की पूजा
मेष- सिंदूर, लाल फूल, गुलाबी अबीर अर्पण करें।
वृष- हरे रंग की कलम, पीला फूल चढ़ाएं।
मिथुन- श्वेत रंग की कलम, अपराजिता पुष्प, नारियल अर्पण करें।
कर्क- लाल कलम, इत्र, अभ्रक चढ़ाएं।
सिंह- पीले रंग की कलम, लाल फूल, अभ्रक अर्पित करें।
कन्या- गुड़, अबीर, इत्र अर्पण तथा पुस्तक का दान करें।
तुला- नीला कलम, पंचामृत, गुलाबी अबीर, इत्र चढ़ाएं।
वृश्चिक- सफेद रेशमी वस्त्र, ऋतुफल, गंगाजल अर्पित करें।
धनु- श्वेत चंदन, अबीर, पीला फूल चढ़ाएं।
मकर- अरवा चावल, दही, पुष्प माला, शहद अर्पण करें।
कुंभ- खीर, पीला अबीर, इत्र चढ़ाएं।
मीन- सफेद वस्त्र, पीला फूल, घी अर्पित करें।