भोजपुर में बनेगा बिहार का पहला रिवर फ्रंट स्टेशन:डेढ़ करोड़ की लागत से बनेंगे तीन स्टेशन
पटना।बिहार के भोजपुर जिले में जलमार्ग का एक नया विकल्प तैयार होने जा रहा है। दरअसल जिले के बड़हरा प्रखंड के महुली, सिन्हा और खवासपुर गंगा घाट पर रिवर स्टेशन (जेटी कम्यूनिटी) बनकर तैयार किया जाएगा। तीनों स्टेशनों के निर्माण पर 1.5 करोड़ रुपए खर्च होंगे। जिले के लिए रिवर फ्रंट परियोजना की स्वीकृति के बाद 20 फरवरी को इसका शिलान्यास केंद्रीय मंत्री आरके सिंह करेंगे। भारतीय अंतरदेशीय जलमार्ग, पटना और भारतीय अंतरदेशीय प्राधिकरण जलमार्ग, नई दिल्ली की ओर से तैयारी तेज कर दी गई है।
यूपी के इलाहाबाद से लेकर बंगाल के हल्दिया तक सफर कर सकेंगे
संसद प्रतिनिधि धीरेंद्र सिंह ने कहा कि रिवर स्टेशन के चालू हो जाने के बाद जलमार्ग के रास्ते इलाहाबाद से लेकर बंगाल के हल्दिया तक का सफर जिलेवासी करेंगे। इस मार्ग से सफर में यात्रियों के भाड़े से लेकर माल ढुलाई भी सस्ती हो जाएगी। साथ ही जिलेवासियों के लिए रोजगार के नए अवसर खुलेंगे। देश का यह तीसरा रिवर फ्रंट होगा और बिहार का पहला रिवर स्टेशन होगा। इसके पहले गोमती और साबरमती रिवर फ्रंट है। यह रिवर स्टेशन तीन किलोमीटर तक विकसित करने की परियोजना विभाग के निर्देश पर जिला प्रशासन की देखरेख में तैयार की गई है।
रिवर स्टेशन और अन्य कार्यों के लिए 70 एकड़ जमीन की जरूरत
इसका प्रस्ताव जल संसाधन नदी विकास और गंगा संरक्षण मंत्रालय, नई दिल्ली के सचिव को भेजा गया है। इस परियोजना को सैद्धांतिक मंजूरी मिल गई है। रिवर फ्रंट को विकसित करने समेत अन्य कार्यों के लिए विभाग को 70 एकड़ जमीन की जरूरत पड़ेगी। इसके लिए गंगा के किनारे सरकारी भूमि की उपलब्धता के अलावा आवश्यकतानुसार जमीन का अधिग्रहण भी किया जा सकता है। इसके लिए यहां के किसानों से भी बातचीत की जा रही है। रिवर स्टेशन के निर्माण से पर्यटन के क्षेत्र को भी बढ़ावा मिलेगा। सैलानी यहां आकर माता आरण्य देवी, बखोरापुर काली मंदिर समेत जिले का भ्रमण करेंगे।
रिवर स्टेशन बन जाने से ग्रामीण क्षेत्रों में होगा विकास
रिवर स्टेशन के बन जाने के बाद गंगा किनारे बाजार विकसित होगा। रिवर स्टेशन के लिए जमीन का समतलीकरण और अन्य कार्य होंगे। वाहनों और यात्रियों के लिए पार्किंग की व्यवस्था की जाएगी। गंगा के किनारे अलग-अलग श्मशान घाट बनाए जाएंगे। छठ व्रतियों के लिए पक्का घाट का निर्माण किया जाएगा। गंगा आरती के लिए घाट का निर्माण किया जाएगा। रिवर फ्रंट जब पूरी तरह बन जएगा, तब भोजपुर के लिए एक बड़ा व्यावसायिक केंद्र बन जाएगा। इसके माध्यम से किसान, मजदूर, मछुआरे सभी लोगों को फायदा होगा।
ढाई करोड़ की लागत से बनेगा एडवांस पीपा पुल
बताया कि ढाई करोड़ की लागत से नए पीपा पुल का भी शिलान्यास किया जाएगा। इस पुल के बन जाने से गंगा के उस पार से शहर की ओर आने वाले लोगों के समय की बचत होगी। क्योंकि इस पुल को एडवांस तरीके से बनाया जाएगा। इस वक्त जो गंगा नदी पर पीपा पुल है उसे खोलने और कसने में 5 घंटे से ज्यादा का समय लग जाता है। ऐसे में दोनों तरफ वाहन की लंबी कतार लग जाती है। लेकिन एडवांस पीपा पुल के बन जाने के बाद केवल दस मिनट में ही पुल को खोल और बंद कर दिया जाएगा। ऐसे में अगर कोई नाव पार भी होती है तो पुल को खोलने और बन्द करने में ज्यादा समय नहीं लगेगा और लंबी कतार जाम का सामना ग्रामीणों को नहीं करना पड़ेगा।
20 फरवरी यानी मंगलवार को केन्द्रीय ऊर्जा मंत्री आरके सिंह महुली घाट पर तीन रिवर स्टेशन, आधुनिक पीपा पुल के शिलान्यास के साथ आरा स्टेशन से आरा-दुर्ग साउथ बिहार एक्सप्रेस को हरी झंडी दिखा कर रवाना करेंगे। मंत्री 100 करोड़ की योजनाओं की घोषणा करेंगे। सांसद प्रतिनिधि ने बताया कि 20 फरवरी को ही आरा से छतीसगढ़ को जोड़ने वाली पहली ट्रेन आरा-दुर्ग साउथ बिहार एक्सप्रेस को केन्द्रीय ऊर्जा मंत्री सह स्थानीय सांसद आर के सिंह शाम 6:00 बजे हरी झंडी दिखा कर रवाना करेंगे।