Monday, December 23, 2024
Patna

आंध प्रदेश के दंपती ने नवजात को लिया गोद,मिला था लावारिस, DM ने अडॉप्टिंग का किया प्रक्रिया

पटना।बक्सर में पांच माह पूर्व जिस बच्ची को जन्म के साथ झाड़ी में फेंक दिया गया था, उसे आज एक परिवार ने गोद ले लिया है। बक्सर डीएम अंशुल अग्रवाल द्वारा आंध्रप्रदेश राज्य के विशाखापट्टनम की दंपती को दत्तक ग्रहण पूर्व पालक देखरेख में दिया गया।

 

बालिका को लगभग 5 माह पूर्व बक्सर जिला में ही लावारिस अवस्था में पाया गया था। इसके जैविक माता-पिता की खोज करने के लिए समाचार पत्रों में विज्ञापन प्रकाशन करवाया गया था। लेकिन उसके माता-पिता का पता नहीं चल पाया। इसके बाद उसे महिला एवं बाल विकास मंत्रालय भारत सरकार के एडॉप्शन की साइट caring.wcd.gov.in पर पंजीकृत करवा दिया गया।

 

बालिका को महिला एवं बाल विकास मंत्रालय भारत सरकार द्वारा जारी दत्तक ग्रहण विनियम 2022 के प्रावधानों के आलोक में समस्त प्रक्रिया पूरी कर दतक ग्रहण के लिए प्रदान किया गया। आंध्र प्रदेश के दंपती ने लगभग 3 साल 7 माह पहले बच्चा गोद लेने के लिए पंजीकरण किया था। उनके द्वारा बालिका को दत्तक ग्रहण में लेने के लिए सहमति दी गई। इसके बाद दत्तक ग्रहण कमेटी की बैठक में दंपती द्वारा समर्पित प्रमाण पत्रों और दत्तक ग्रहण के लिए उनके अभिरुचि की जांच की गई। उन्हें दत्तक ग्रहण के लिए उपयुक्त पाया गया।

 

 

बताया गया की जिला दंडाधिकारी के न्यायालय में दत्तक ग्रहण आदेश के लिए आवेदन किया जाएगा। जिलाधिकारी द्वारा दत्तक ग्रहण आदेश जारी करने के बाद ही दत्तक ग्रहण की प्रक्रिया पूरी होगी।जिलाधिकारी महोदय ने बच्चों को उपहार भी प्रदान किया। इस अवसर पर जिला प्रोग्राम पदाधिकारी आईसीडीएस बक्सर, सहायक निदेशक सामाजिक सुरक्षा कोषांग बक्सर, सहायक निदेशक दत्तक ग्रहण संस्थान की समन्वयक, नर्स एवं बालिका के दत्तक माता-पिता उपस्थित थे।

Kunal Gupta
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