634 कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों में होगी प्लस-टू तक पढ़ाई,IIT Patna करेगा सहयोग
पटना। बिहार में वंचित समूहों की लड़कियों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए संचालित सभी 634 कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों में प्लस-टू तक की पढ़ाई शुरू होगी। इसके लिए शिक्षा विभाग के स्तर से कार्ययोजना बनाई गई है।
नए वित्त वर्ष (2024-25) से इन विद्यालयों में प्लस-टू की पढ़ाई प्रारंभ कराई जाएगी। इससे पहले विद्यालयों में शैक्षणिक आधारभूत संरचना को दुरुस्त किया जाएगा।जमुई को छोड़ शेष 37 जिलों में अवस्थित सभी कस्तूरबा विद्यालयों में से एक विद्यालय को चिह्नित करने का काम मार्च तक पूरा कर लिया जाएगा। सभी विद्यालयों में आइआइटी, पटना के सहयोग से माडल विज्ञान लैब की स्थापना होगी।
दिव्यांग बच्चों का प्रमाणीकरण एवं यूडीआईडी कार्ड बनेगा
शिक्षा विभाग के बजट के मुताबिक, राज्य के सभी कस्तूरबा गांधी बालका विद्यालयों में सभी बच्चों को स्कूल डायरी एवं अभ्यास पुस्तिका निःशुल्क दिये जायेंगे। वर्ष 2024-25 में सभी जिलों में दिव्यांग बच्चों का प्रमाणीकरण एवं यूडीआईडी कार्ड भी बनेगा।आगामी वर्षों में सभी उच्च प्राथमिक, माध्यमिक में एवं उच्च माध्यमिक विद्यालयों को आईसीटी लैब से आच्छादित करने की योजना है। राज्य के सभी विद्यालयों में उपलब्ध आधारभूत सुविधाओं एवं अागामी आवश्यकताओं का विश्लेषण कर प्राथमिकता निर्धारित करते हुए आधारभूत संरचना आगामी वर्षों में उपलब्ध कराने की योजना है।
कौशल विकास योजना को प्राथमिकता
कौशल विकास मिशन के तहत-पांच के वित्तीय वर्ष 2024-25 हेतु वार्षिक कार्य योजना तैयार किया जा रहा है। उसके बाद इस पर स्वीकृति प्राप्त की जाएगी । राज्य के आठ सार्वजनिक पुस्तकालयों को छोड़ शेष सभी पुस्तकालयों क का विकास एवं आधुनिकीकरण होगा।अनुदानित पुस्तकालयों के कर्मियों के लिए नियमावली बनेगी। जिन पुस्तकालयों के पास अपना भवन एवं भूमि है, बीच उसे चिन्हित करते हुए विशिष्ट पुस्तकालय के रूप में स्वीकृति प्रदान करने की योजना है।
अराजकीय वर्गीकृत पुस्तकालयों में रक्षित पुराने पांडुलिपियों एवं कि महत्वपूर्ण अभिलेखों के डिजिटलाइजेशन के लिए संबंधित पुस्तकालयों को के राशि उपलब्ध कराने की भी योजना है।”