बिहार मे 6 कमरों में 3 सरकारी स्कूल:तीन शिफ्ट में बुलाए जाते हैं स्टूडेंट्स,आए दिन होता है विवाद
Patna;बिहार की राजधानी पटना के फतुहा स्थित प्रखंड कॉलोनी प्राथमिक विद्यालय में मूलभूत सुविधाओं का अभाव है। तीन सरकारी स्कूलों को एक ही भवन में शिफ्ट कर दिया गया है। एक ही समय में कक्षाओं के संचालित होने से छात्रों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। मजबूरन बच्चों को इस ठंड के मौसम में बरामदे में जमीन पर बैठना पड़ता है। बच्चों को बैठाने को लेकर हर रोज अलग-अलग विद्यालय के अध्यापकों के बीच खींचतान होती रहती है।
दो शिक्षकों के बीच हुई नोकझोंक
बुधवार को भी बच्चों के बैठने को लेकर विवाद हो गया। अलग-अलग विद्यालय के शिक्षक आपस में नोकझोंक करते नजर आए। इसी परिसर में बीआरसी भवन भी है, लेकिन अब तक इस समस्या का समाधान नहीं हो सका है।
तीन कमरे में पढ़ते हैं 500 छात्र
प्राथमिक विद्यालय में कुल छह कमरे हैं। यहां स्टेशन रोड स्थित प्राथमिक विद्यालय के अलावा नवीन भारती मध्य विद्यालय भी शिफ्ट है। तीनों स्कूलों को मिलाकर करीब पांच सौ बच्चे हैं। तीनों स्कूल के अध्यापक अलग-अलग 3 कमरे में कार्यालय सह गोदाम बनाए हुए हैं, जबकि मात्र तीन कमरे में ही पठन-पाठन का कार्य होता है।
मजबूरी में बच्चे बरामदे में बैठकर करते हैं पढ़ाई
5वीं से 8वीं क्लास के बच्चे तो कमरे में बेंच पर अपनी सीट कंफर्म कर लेते हैं, लेकिन छोटे बच्चे बरामदे में ही बैठने को मजबूर हैं। बुधवार को स्कूल का अतिरिक्त सामान रखे रहने के कारण तीन कमरे में से एक में ताला लगा दिया गया। इसी बात को लेकर नवीन भारती मध्य विद्यालय के एक शिक्षक का स्कूल प्रभारी जनार्दन प्रसाद से विवाद हो गया।
शिकायत के बाद भी नहीं निकला समाधान
प्रखंड कॉलोनी प्राथमिक विद्यालय के प्रधान शिक्षक जनार्दन प्रसाद का कहना है कि वरीय पदाधिकारी को स्कूल में अतिरिक्त कमरे बनाने या शिफ्ट स्कूल को अलग करने को लेकर कई बार लिखित आवेदन दिया है। लेकिन इस समस्या का कोई समाधान नहीं निकल सका। नतीजा यह है कि बच्चों को बैठाने को लेकर आए दिन विवाद होता रहता है।