Success Story;समस्तीपुर के लाल ने किया कमाल, BPSC में सफलता हासिल कर बने असिस्टेंट प्रोफेसर,मिला 16वां रैंक
Success Story;समस्तीपुर ।विनय भूषण:- मंजिलें उन्हें मिलती है, जिनके सपनों में जान होता है। पंखों से कुछ नहीं होता हौसलों से उड़ान होती है। इस पंक्ति को चरितार्थ किया है।समस्तीपुर जिले के विभूतिपुर पकाही (धनियां) गांव निवासी स्व. दिनेश महतो और अनारसी देवी के पुत्र सुनील कुमार ने। BPSC द्वारा आयोजित परीक्षा में सफलता पाकर इन्होंने ना सिर्फ स्वजनों को खुशियां भेंटकर अपने दिवंगत पिता को श्रद्धांजलि दी है बल्कि, विभूतिपुर प्रखंड का नाम भी राज्य स्तर पर रोशन किया है। इन्हें 16वां रैंक मिला है।
जानकारी देते हुए स्वजनों द्वारा बताया जाता है कि बचपन में ही पिता की मृत्यृ हो गई। तब साधारण परिवार होने के कारण इनकी पढ़ाई ननिहाल गांव बोरिया डीह में हुई। जेपीएनएस हाई स्कूल नरहन से मैट्रीक, जनता महाविद्यालय सिंघिया बुजुर्ग से इंटरमीडिएट और भागलपुर कालेज आफ इंजिनियरिंग से पढ़ाई की थी।तत्पश्चात एनआईटी दुर्गापुर वेस्ट बंगाल से एमटेक की पढ़ाई की। एनआईटी गोवा से पीएचडी कर रहे हैं। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस एंड मशीन लर्निंग रीसर्च एरिया है। इस संबंध में सुनील ने बताया कि उनका चयन बीपीएससी असिस्टेंट प्रोफेसर के पद पर हुआ है। जिसमें जनरल कैटेगरी में 16वां रैंक है। कहा कि कंप्यूटर साइंस एंड इंजिनियरिंग डिपार्टमेंट में उन्होंने 6 बार गेट पास किया है।
प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी में जुटे छात्र-छात्राओं को मोटिवेट करते हुए कहा कि अगर, किसी काम को मेहनत से और स्थिरता से किया जाए तो कुछ भी संभव है। बाधाओं का सामना करते हुए चुनौती या समस्या आते रहते हैं।अपना आत्मविश्वास व कड़ी मेहनत लगातार करते रहेंगे तो सफलता का मंजिल एक दिन जरुर मिलेगी।