Samastipur;3 लाख का इनामी बैंक लुटेरा रमेश ठाकुर चार गुर्गों के साथ गिरफ्तार,दो देसी पिस्टल बरामद,कई मामलो में था फरार
Samastipur; समस्तीपुर की एसआइटी व डीआइयू ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए कल्याणपुर के गोपालपुर बांध के पास से तीन लाख रुपये के इनामी रमेश ठाकुर उर्फ सुरेश ठाकुर व उसके अन्य चार गुर्गों को अवैध हथियार और मादक पदार्थ के साथ गिरफ्तार किया। रमेश कल्याणपुर थाना क्षेत्र के लदौरा गांव निवासी शंकर ठाकुर का पुत्र है। वह जिले के विभिन्न थानों में हत्या, लूट, डकैती, रंगदारी समेत कई संगीन मामलों में वांछित था।वर्ष 2022 में झारखंड के धनबाद के मुथुट फाइनेंस गोल्ड लोन, जमशेदपुर बैंक डकैती व हरियाणा के भिवानी में एक्सिस बैंक लूट समेत कई घटनाओं में वांछित था। वर्ष 2021 में चकमेहसी में एक युवक की गोली मारकर हत्या कर दी थी।
लूट के दौरान सकरा में सीएसपी संचालक की गोली मार कर दी थी हत्या
मुजफ्फरपुर के सकरा थाना क्षेत्र में लूटपाट के दौरान सीएसपी संचालक की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इसमें भी वह शामिल था। उसकी तलाश चल रही थी। साथ ही राजस्थान व सीमावर्ती नेपाल में भी लूट, डकैती, रंगदारी समेत कई बड़ी घटनाओं को अंजाम दे चुका है। गिरफ्तार अन्य आरोपितों की पहचान चकमेहसी थाना के मिल्की निवासी सुजीत कुमार, सोमनाहा पंचायत के चकसीमा निवासी किशन कुमार, सोमनाहा निवासी रंजीत ठाकुर व करुआ गांव के मणिभूषण कुमार के रूप में हुई।पुलिस ने दो देसी पिस्टल, दो कट्टा, चार कारतूस, एक बंदूक, तीन किलो गांजा, चार मोबाइल व एक बाइक भी इनके पास से जब्त की है। कल्याणपुर थाने में पुलिस अधीक्षक विनय तिवारी ने प्रेसवार्ता में बताया कि रमेश वर्ष 2011 व 2012 में नेपाल में सोना लूट की तीन बड़ी घटनाओं के बाद छह साल तिरुपरेश्वर जेल में बंद रहा था। जेल से निकलने के बाद फिर आपराधिक गतिविधियों में सक्रिय हो गया।
भारत-नेपाल सीमा में मोबाइल से गिरोह का कर रहा था संचालन
वह भारत-नेपाल सीमा में रहकर मोबाइल से गिरोह का संचालन कर रहा था। पूछताछ में रमेश ने बताया कि नेपाल में रहकर रिश्तेदार सुपौल जिले के मधुबनी निवासी मंजय ठाकुर के मोबाइल का प्रयोग करते हुए गिरोह को संचालित कर रहा था। गिरोह के सदस्य स्थानीय व्यवसायियों का मोबाइल नंबर व उनकी गतिविधि की जानकारी देते थे। इसके बाद वह व्यवसायियों को मोबाइल पर रंगदारी की धमकी देता था। वह जेल में बंद पुल्लू सिंह और फरार रविंद्र सहनी व रम्मी सिंह उर्फ रविरंजन सिंह से भी लगातार संपर्क में था।