बिहार के मोहम्मद हुसैन को राष्ट्रपति ने ‘प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार’ से किया सम्मानित
पटना.बिहार के लाल मोहम्मद हुसैन को राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने खुद अपने हाथों से सम्मानित किया है। मोहम्मद हुसैन प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार से सम्मानित हुए हैं। आर्ट एंड कल्चर के क्षेत्र में योगदान देने के लिए पूरे बिहार से सिर्फ मोहम्मद हुसैन का चयन हुआ था। हर साल यह पुरस्कार उन बच्चों को दिया जाता है जो खेल, सामाजिक सेवा, विज्ञान-प्रौद्योगिकी, पर्यावरण, कला संस्कृति और नवाचार क्षेत्रों में प्रशंसनीय कार्य किए हो। इसके साथ ही उन्हें गणतंत्र दिवस के परेड में शामिल होने के लिए भी आमंत्रित किया गया है।
फाइल बाइंडिंग का काम करते हैं पिता
मोहम्मद हुसैन के पिता फाइल बाइंडिंग का काम करते हैं। उन्होंने बताया कि उन्हें आर्ट एंड कल्चर में बचपन से ही दिलचस्पी थी। जब वह सीबीएसई स्कूल में पढ़ते थे तो वहां प्रोजेक्ट बनाने को मिलता था। यहीं से उनकी रुचि जागी। फिर घर की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं होने के कारण उन्हें सरकारी स्कूल में एडमिशन लेना पड़ा। वहां प्रोजेक्ट बनाने जैसा कोई काम नहीं मिलता था। फिर किलकारी संस्था पटना से जुड़े और क्राफ्ट क्लास से ट्रेनिंग लेकर इसमें आगे बढ़े। उन्हें यह ट्रेनिंग किलकारी की क्राफ्ट एवं हस्तकला की प्रशिक्षक बिंदु कुमारी सिंह ने दिया है।
कुल 19 बच्चों को किया गया सम्मानित
पुरस्कार विजेताओं में दो आकांक्षी जिलों सहित 18 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से बच्चे थे, जिसमें से 9 लड़के और 10 लड़कियां शामिल थी। यह पुरस्कार 5 से 18 वर्ष की आयु के बच्चों को दिया जाता है। राष्ट्रपति ने प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार-2024 को छह श्रेणियों में दिया। इसमें कला और संस्कृति के लिए सात, बहादुरी के लिए एक, नवाचार के लिए एक, विज्ञान और प्रौद्योगिकी के लिए एक, सामाजिक सेवा के लिए चार और खेल के लिए पांच पुरस्कार प्रदान किए गए।