दही-चूड़ा का भोज देंगे लालू यादव:आलू,गोभी, मटर की सब्जी और तिलकुट का भी इंतजाम,लोकसभा की रणनीति भी बनेगी
पटना।लालू प्रसाद और तेजस्वी यादव की पार्टी राष्ट्रीय जनता दल की ओर से 14 जनवरी को दही-चूड़ा भोज का आयोजन राबड़ी देवी के पटना स्थित सरकारी आवास पर होगा। लालू यादव की तरफ से महागठबंधन के सभी दलों को इसके लिए आमंत्रित किया गया है। लालू प्रसाद दही-चूड़ा के साथ-साथ मसालेदार आलू, गोभी, मटर की सब्जी भी बनवाते हैं। ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं भोज की जरिए सियासी रणनीति भी बन सकती है।दही-चूड़ा पर मिठास के लिए गुड़ और भूरा परोसते हैं। साथ में तिलकुट भी। इस बार भी दही-चूड़ा भोज का इंतजाम उनके करीबी भोला यादव देखने वाले हैं। हालांकि चूड़ा, दही, तिलकुट, गुड़ से लेकर कच्ची सब्जी तक उनके शुभचिंतक राबड़ी आवास तक बिना मांगे पहुंचा जाते हैं।
लालू को पसंद है दही-चूड़ा
लालू प्रसाद का दही-चूड़ा भोज ऐतिहासिक रहा है। दही-चूड़ा को लालू प्रसाद गरीबों का भोजन मानते रहे हैं और उनका प्रिय भोजन भी यह रहा है। हालांकि, कुछ माह पहले उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को बिहारी मटन बनाने के गुर बताए थे। मटन बनाने का वीडियो खूब वायरल हुआ था। मटन के बहाने राजनीतिक बातें भी हुई थीं और लोकसभा चुनाव की रणनीति भी बनी थी। अब लोकसभा चुनाव नजदीक भी है।
नीतीश कुमार के समर्थक चाहते रहे कि नीतीश कुमार को पीएम का चेहरा घोषित किया जाए या इंडी गठबंधन का संयोजक बनाया जाए लेकिन वह नहीं हो पाया। हालांकि नीतीश कहते रहे उन्हें किसी पद की लालसा नहीं है। लिहाजा, दही चूड़ा भोज के जरिए सियासी रणनीति भी बन सकती है।
ईडी की दबिश के बीच दही-चूड़ा का उल्लास
लालू प्रसाद चारा घोटाला में सजायाफ्ता हैं लेकिन उनके समर्थक मानते हैं कि उनको सामाजिक लड़ाई लड़ने की वजह से फंसाया गया। काफी दिनों तक वो बीमार रहे। बेटी रोहिणी आचार्या ने अपनी एक किडनी लालू प्रसाद को डोनेट की। उसके बाद से लालू प्रसाद की सेहत में काफी सुधार है और वे राजनीतिक तौर पर सक्रिय दिख रहे हैं। दही-चूड़ा के भोज में एक बार फिर लोगों को लालू प्रसाद का अंदाज देखने को मिलने वाला है।इस दिन राबड़ी देवी आवास का फाटक हर किसी के लिए खोल दिया जाता है। उनके बेटे तेजस्वी प्रसाद यादव बिहार के डिप्टी सीएम हैं इसलिए एंट्री के समय सिक्यूरिटी का भी बेहतर ख्याल रखा जाएगा। लैंड फॉर जॉब मामले पर लालू परिवार पर ईडी की दबिश बढ़ रही है लेकिन, लालू परिवार ने तय किया है कि दही-चूड़ा का पर्व पहले की तरह बेहतरीन तरीके से मनाया जाएगा और लोगों को दही-चूड़ा खिलाया जाएगा। इंडी गठबंधन में सीटों को लेकर जो पावर वार की स्थिति है उसे भी लालू प्रसाद निबटाएंगे।