ड्रोन से छिड़काव करने पर मिलेगा जबरदस्त अनुदान,किसानों के लिए नीतीश सरकार ने उठाया बड़ा कदम,देखे डिटेल
समस्तीपुर। खेतों में फसल को बर्बाद होने से बचाव करने के लिए ड्रोन से कीटनाशक का छिड़काव होगा। कीट-व्याधियों से परेशान किसानों के लिए अच्छी खबर है। समस्तीपुर में एक हजार एकड़ में ड्रोन से दवा छिड़काव का लक्ष्य है।किसानों को प्रति एकड़ छिड़काव कराने पर सरकार 50 प्रतिशत अनुदान दिया जाएगा। दवा का छिड़काव करने वाली सेवा प्रदाता एजेंसी का चयन कर लिया गया है। किसानों के लिए आवेदन करना होगा। साधारण तरीके से प्रति एकड़ छिड़काव में दो से ढाई घंटे लगते हैं, जबकि ड्रोन से छह से सात मिनट में हो जाता है।
एक एकड़ में छिड़काव करने पर 480 रुपये खर्च आएगा।किसानों के लिए आवेदन प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। अच्छी बात यह कि रैयत के साथ ही गैर-रैयत किसानों को भी लाभ मिलेगारैयत किसानों को अपनी भूमि का वर्ष 2018 के बाद का रसीद भी लगाना होगा, जबकि गैर रैयत किसानों को स्व-घोषणा पत्र एवं पड़ोस के दो किसानों का गवाह का हस्ताक्षर के साथ आवेदन संलग्न कर जमा कराना होगा।
240 रुपये में एक एकड़ में ड्रोन से फसलों पर छिड़काव
एक एकड़ में छिड़काव पर 480 रुपये का खर्च निर्धारित है। इसमें से 240 रुपये ही किसानों को देना पड़ेगा। ड्रोन से छिड़काव के लिए एक किसान अधिकतम 10 एकड़ तक का ही लाभ ले सकते हैं। साथ ही दवा भी किसान को ही उपलब्ध करानी होगी। कृषि विभाग एवं कृषि वैज्ञानिक द्वारा अनुशंसित कीटनाशकों का प्रयोग करना होगा।
निबंधित किसानों को मिलेगा योजना का लाभ
किसान तिलहन, दलहन, आलू, मक्का, गेहूं व अन्य फसलों पर कीट प्रबंधन के लिए ड्रोन का इस्तेमाल कर सकते हैं। योजना का लाभ उन्हीं किसानों को मिलेगा जो कृषि विभाग के डीबीटी पोर्टल पर निबंधित हैं।
आवेदन के लिए जरूरी प्रक्रिया
ड्रोन से दवा का छिड़काव कराने वाले इच्छुक किसान कृषि विभाग के डीबीटी पोर्टल पर आनलाइन आवेदन कर सकते हैं। आवेदन करते समय जमीन का रकवा, फसल के प्रकार, जमीन का रसीद और आधार कार्ड देना होगा।कृषि समन्वयक, पौधा संरक्षण कर्मी, प्रखंड तकनीकी व सहायक प्रबंधक प्राप्त आवेदनों का सत्यापन करेंगे। जबकि, चयनित एजेंसी ड्रोन से दवा का छिड़काव करेगी।कृषि विभाग द्वारा पायलट प्रोजेक्ट के तहत ड्रोन से दवा का छिड़काव के लिए समस्तीपुर जिला का भी चयन किया गया है। इच्छुक किसान डीबीटी पोर्टल पर जरूरी दस्तावेज के साथ आवेदन दे सकते हैं।- श्याम नंदन कुमार, सहायक निदेशक (पौधा संरक्षण), कृषि विभाग, समस्तीपुर।