निर्मित पुल ध्वस्त:पटना के रामकृष्ण नगर और पिपरा को जोड़ती थी,12 गांव के लोग होंगे प्रभावित
पटना के राम कृष्ण नगर और पिपरा को जोड़ने वाला वर्षों पुराना बादशाही पैन पर बना पुल शनिवार की रात ध्वस्त हो गया। पुल के ध्वस्त होने से यहां के दर्जनों गांव के लोगों का आवागमन का मार्ग बाधित हो गया है। राम कृष्ण नगर होते हुए गांव जाने वाले लोगों को लगभग 3 किलोमीटर से अधिक की दूरी तय करनी पड़ रही है। स्थानीय वार्ड पार्षद ने जर्जर हुए और ध्वस्त हुए इस पुल को जल्द निर्माण करने की मांग सरकार से की है।
पुल की लंबाई करीब 80 फीट
वर्ष 1982 में राम कृष्ण नगर और पिपरा गांव को जोड़ने के लिए एक पुल का निर्माण कराया गया था। तीन पार्ट में बने इस पुल की लंबाई 70 से 80 फीट बताई गई है, जबकि चौड़ाई लगभग 16 फीट के आसपास है। बताया जा रहा है कि इस पुल के निर्माण होने से रामकृष्ण नगर से यमुना विहार, डोमनचक, मित्तल चक, सदानी चक, दरियापुर, भीलवाड़ा, खैराटाली, भोगीपुर, पिपरा, परसा सहित कई गांव के लोगों को इससे गांव पहुंचने में काफी कम दूरी का सफर तय करना पड़ता था।
ध्वस्त हो गया पुल
गांव के लोगों ने बताया कि शनिवार की देर रात एक बालू लगे हाईवा ट्रक के यहां पुल से गुजरने से अचानक पुल ध्वस्त हो गया। पुल के ध्वस्त होने से यहां से आवागमन करने में दर्जनों गांव के लोगों को काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। जिस गांव के लोग वॉकिंग डिस्टेंस करके अपने घर पहुंचते थे, अब उन्हें लगभग तीन किलोमीटर से अधिक का सफर तय करके अपने गांव या घर पहुंचना पड़ रहा है।
स्थानीय लोगों ने बताया कि इस पुल के ध्वस्त हो जाने से आम लोगों के साथ-साथ स्कूल जाने वाले बच्चों को भी काफी कठिनाइयों का सामना करना पड़ेगा। संपतचक नगर परिषद वार्ड संख्या दो के वार्ड पार्षद जनक किशोर ने बताया कि उन्होंने ध्वस्त हुए पुल के जल्द निर्माण के लिए सरकार से मांग की है।