बिहार के राजधानी मे लगा 72 घंटे से लगा महाजाम,जम से नई नवेली दुल्हन की यह इच्छा रह गई अधूरी
पटना। सोन नदी में भारी वाहनों से बालू का खनन शुरू होते ही बिहटा और आसपास के लोग महाजाम से परेशान हो गए हैं। रविवार की रात तक जाम की मियाद 72 घंटे हो गई। वाहन रेंग रहे थे, आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया।रविवार को बीपीएससी द्वारा आयोजित शिक्षक नियुक्ति परीक्षा दिलाने स्वजन को ले जा रहे लोग विवश दिखे। रविवार को सुबह में तो स्थिति ऐसी हो गई कि एक किमी की दूरी तय करने में एक घंटे लग गए।
बिहटा में महाजाम रेंगते रहे वाहन
शहर के प्रमुख चौक-चौराहों की गलियों और सड़कों पर वाहनों की संख्या बढ़ने के कारण मुख्य सड़क पर भी वाहन रेंगने लगे। यह क्रम देर रात तक रहा। वाहनों का परिचालन सुचारू नहीं हो सका।बीते नौ दिसंबर की रात पटना के आशियाना नगर में आयुष कुमार संग परिणय सूत्र में बंधी रुचि ने बताया कि पटना-बिहटा रोड जाम होने की वजह से उन्हें पटना से आरा की 55 किलोमीटर दूरी तय करने में चार घंटे लग गए।
इस वजह से बीपीएससी शिक्षक परीक्षा के लिए केंद्र पर पहुंचने में नौ मिनट की देर हो गई। गेट पर तैनात गार्ड से मिन्नतें कीं, परंतु उसे प्रवेश नहीं करने दिया गया, जबकि परीक्षा शुरू होने में तब 51 मिनट शेष थे।वह नियमानुसार परीक्षा शुरू होने के एक घंटे पहले नहीं पहुंच सकी अधूरी
सका परीक्षा केंद्र हित नारायण सिंह छत्रिय उत्क्रमित मध्य विद्यालय था। साथ रहे पति आयुष कुमार ने बताया कि वह राइटर कंपनी में नौकरी करते हैं। पत्नी की इच्छा पूरी नहीं कर पाने का अफसोस है।
वहीं, इस संबंध में आरा के अनुमंडलाधिकारी लाल ज्योतिनाथ सहदेव ने बताया कि परीक्षा शुरू होने से एक घंटा पहले परीक्षा केंद्र में अभ्यर्थियों का प्रवेश बंद करने का आदेश था, इसी वजह से देर से आए परीक्षार्थी को केंद्र में प्रवेश देना संभव नहीं था।”