Samastipur; तीन दिवसीय स्वर्णिम भारत नवनिर्माण आध्यात्मिक प्रदर्शनी एवं मेडिटेशन शिविर का आयोजन
Samastipur:शिवाजीनगर:-प्रजापिता ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्व विद्यालय द्वारा प्रखंड के दुर्गा मंदिर परिसर में आयोजित तीन दिवसीय स्वर्णिम भारत नवनिर्माण आध्यात्मिक प्रदर्शनी एवं राजयोग मेडिटेशन शिविर का दीप प्रज्ज्वलन द्वारा उद्घाटन प्रखंड प्रमुख डॉ० गोविंद कुमार, जिला पार्षद् पति बबलू सिंह, रामभद्रपुर के मुखिया रामचंद सिंह, समस्तीपुर से पधारे ओमप्रकाश भाई, बीके सविता बहन ने सामूहिक रूप से किया।
इस मौके पर अपने उदगार व्यक्त करते हुए प्रखंड प्रमुख ने कहा कि यह आयोजन प्रखंड वासियों के लिए उपहार है। आज समाज में व्याप्त तनाव, चिंता, दुःख, भय का माहौल मिटाकर शान्ति, खुशी, प्रेम का वातावरण बनाने की शिक्षा इस प्रदर्शनी के माध्यम से दी जा रही है, जो प्रशंसनीय और सराहनीय कदम है। उन्होंने प्रखंड वासियों से अपने इष्ट-मित्रों सहित बढ़-चढ़कर इसका लाभ लेने का आह्वान किया।
समस्तीपुर से पधारे बीके ओम प्रकाश भाई ने अपने संबोधन में कहा कि भारत का शाब्दिक अर्थ है जो निरंतर ज्ञान के प्रकाश से प्रकाशित हो। भारत ने सारे विश्व को ज्ञान का प्रकाश दिया। जिसका प्रतिफल था कि यह भारत सोने की चिड़िया था, जहां घी-दूध की नदियां बहती थीं, शेर-बकरी एक घाट पर पानी पीते थे, चहुं ओर सुख-शान्ति-समृद्धि थी। ऐसी स्वर्णिम भारत की पुनर्स्थापना करने हेतु भारत भाग्य विधाता निराकार परमपिता शिव परमात्मा अपना दिव्य कर्तव्य इस भारत भूमि पर कर रहे हैं। जिसकी संपूर्ण रूपरेखा इस प्रदर्शनी के माध्यम से प्रदर्शित की गई है। स्वर्णिम भारत कैसा होगा? इसकी स्थापना कैसे की जा रही है? हमारी किस भूल ने स्वर्णिम भारत की यह दशा कर दी? स्वर्णिम भारत की स्थापना में भारत के प्राचीन राजयोग की क्या भूमिका है? उस स्वर्णिम भारत में हम कैसे चल सकते हैं? इसकी स्पष्ट जानकारी संक्षिप्त रूप में इस प्रदर्शनी के माध्यम से दी जायेगी और हमारा वर्तमान जीवन खुशी-शान्ति से भरपूर कैसे हो? इसकी भी विधि बताई जायेगी।
बीके सविता बहन ने समस्त प्रखंड वासियों से इस तीन दिवसीय प्रदर्शनी का लाभ लेने का आह्वान किया। साथ ही उन्होंने सभी से 2 दिसंबर से दोपहर 2:00 से 3:30 बजे तक मंदिर परिसर में ही आयोजित सात दिवसीय राजयोग मेडिटेशन शिविर के लिए निःशुल्क रजिस्ट्रेशन हेतु आग्रह किया।
ओम प्रकाश भाई ने आगंतुक अतिथियों का माला पहनाकर स्वागत किया। कुंदन बहन ने सभी अतिथियों को परमात्मा शिव की तस्वीर ईश्वरीय सौगात के रूप में प्रदान की। सविता बहन ने आगंतुक अतिथियों सहित उपस्थित लोगों को प्रदर्शनी के एक-एक चित्र पर गहन स्पष्टीकरण दिया।
कार्यक्रम में मुख्य रूप से दुर्गा मंदिर के पुजारी गणेश गिरि, पतंजलि योगगुरू डॉ० रामाकांत सिंह, व्यवसायी राकेश कुमार, रोसड़ा से बीके कुंदन बहन, पूसा से पूजा बहन समेत दर्जनों भाई-बहन उपस्थित थे।