साहित्य अकादमी अवार्ड;समस्तीपुर के प्रो. बासुकीनाथ झा को यह अवार्ड,खुशी की लहर
“साहित्य अकादमी अवार्ड;समस्तीपुर सहित बिहार वासियो के लिए खुशी की खबर है।साहित्य अकादमी नई दिल्ली द्वारा प्रति वर्ष दिए जाने वाले प्रतिष्ठित साहित्य अकादमी पुरस्कार इस साल समस्तीपुर के मैथिली में साहित्यकार प्रोफेसर डा. वासुकीनाथ झा को को दिया जाएगा। यह घोषणा साहित्य अकादमी द्वारा की गई। घोषणा के अनुसार मैथिली के साहित्य के एक प्रमुख नाम डा. वासुकीनाथ को उनकी किताब बोध-संकेतन’ निबंध साहित्य पुरस्कार दिए जाने का निर्णय हुआ है और यह निर्णय सर्वसम्मति से लिया गया है।
शुरू से थी साहित्य के क्षेत्र में रुचि
समस्तीपुर के हसनपुर पटसा गांव में जन्मे डॉ. बासुकीनाथ झा की रूचि शुरू से ही साहित्य में थी। उन्होंने अपने रुचि को ही पेशा बनाया है और शिक्षा के क्षेत्र में अपना अहम योगदान दिया। उन्होंने 36 वर्ष अध्यापन कार्य किया। उन्होंने मुख्य रूप से मैथिलि में विद्यापति काव्यालोचन( शास्त्रीय समालोचना), अनुशीलन – अवबोध ( समालोचनात्मक शोध, निबंध संग्रह). परिवह(आधुनिक समालोचनात्मक निबंध संग्रह), बोध संकेतन(विभिन्न लेखक पोथी लेले लिखल गेल भूमिकाक संग्रह), वास्तुवाची संकेतन(साहित्यिक प्रवृत्तिमूलक निबंध संग्रह), व्यक्तिवाची संकेतन( व्यक्तित्व आधारित निबंध संग्रह) और मैथिली में – मैथिली साहित्यक रूपरेखा( भाग एक आ दू), उपन्यास ओ सामाजिक चेतना सहित कई किताबें लिखी है।
सम्मान चुनौती को बढ़ा देता है
पुरस्कार की घोषणा के बाद खुशी व्यक्त करते हुए डा. वासुकीनाथ ने कहा कि सम्मान या पुरस्कार आपकी चुनौतियों को बढ़ा देता है। कारण, सम्मानित होने बाद से आपसे लोगों की उम्मीदें पहले के अपेक्षा कई गुना बढ़ जाती है, उत्तरदायित्व बढ़ा देता है। इसे लेकर डॉ.सच्चिदानंद पाठक,प्रो.सत्संध भारद्वाज,सुशांत चन्द्र मिश्र,परमानंद मिश्र,सीताराम शेरपुरी,प्रीति प्रियदर्शनी, कुमार अमरेश,रंजना लता,मिंटू झा,श्रीराम राय,देव नीति राय,बाबू प्रसाद शर्मा,संजीत मुन्ना,गगनदेव चौधरी,अनिल झा,सौरव वाचस्पति,दिवाकर दिव्यांक लोगों ने बधाई दी।