मिथिलावासियों को हाईस्पीड पुश-पुल ट्रेन की सौगात,दिल्ली के लिए 160 की रफ्तार से दौड़ेगी
समस्तीपुर। रेलवे मिथिलावासियों के लिए वंदे भारत की नई रंगों वाली ट्रेन की तरह दिखने और उसी तरह की तकनीक से बनी पुश-पुल अमृत भारत ट्रेन की सौगात दे रही है। रेलवे ने इसको लेकर तैयारियां तेज कर दी है।आधिकारिक सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, पुश-पुल तकनीक से बनी ट्रेन (ट्रेन के आगे और पीछे लगी इंजन से चलने वाली) 30 दिसंबर से शुरू हो सकती है। अत्याधुनिक तकनीक से बनी हाईस्पीड से चलने वाली इस पुश-पुल ट्रेन में स्लीपर और जनरल बोगी में यात्रा करने वालों के लिए फायदेमंद साबित होगी।
क्या होगा इस ट्रेन का रूट
22 एलएचबी कोच की पुश-पुल ट्रेन की रैक समस्तीपुर रेल मंडल के जयनगर स्टेशन पर पहुंची है। इसमें 17 स्लीपर, तीन जनरल और दो एसएलआर कोच दिया गया है। इसका ट्रायल भी किया जा चुका है।दरभंगा से आनंद विहार टर्मिनल के लिए इस पुश-पुल ट्रेन को चलाने की योजना बनाई गई है। हालांकि, अभी ट्रेन परिचालन की तिथि और मार्ग को लेकर आधिकारिक पुष्टि नहीं की जा रही है।अत्याधुनिक तकनीक से बनी इस ट्रेन के कोच के आगे और पीछे पावरफुल इंजन लगा हैं, इस वजह से ही ट्रेन का नाम पुश-पुल रखा गया है।
इस तारीख ट्रेन के शुरू होने की संभावना
समस्तीपुर रेल मंडल अंतर्गत दरभंगा स्टेशन से आनंद विहार टर्मिनल तक अत्याधुनिक तकनीक से बनी पुश-पुल नन एसी ट्रेन चलाई जाएगी।ट्रेन की शुरुआत 30 दिसंबर से होने की संभावना जताई जा रही है। ट्रेन दरभंगा स्टेशन से खुलकर सीतामढ़ी, रक्सौल और गोरखपुर रेलखंड के रास्ते परिचालन किया जाएगा।
130 किमी के रफ्तार से चलेगी पुश-पुल ट्रेन
भारतीय रेल आधुनिकीकरण की दिशा में निरंतर प्रयास कर रही है। जिसका फायदा रेल से यात्रा करने वाले यात्रियों को मिल रहा है। वंदे भारत ट्रेन ने यात्रियों को खूब लुभाया है। वंदे भारत तकनीक की तरह ही भारतीय रेल ने पुश-पुल ट्रेन लांच किया है।समस्तीपुर रेलमंडल को मिली पुश-पुल ट्रेन की रफ्तार 130 किलोमीटर प्रति घंटे की है। इसमें पावरफुल डब्लूएपी 5 इंजन लगा हुआ है। यह ट्रेन सिर्फ 4 मिनट के अंदर ही शून्य से 160 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार पकड़ने में सक्षम है। इसका फायदा यह होगा कि कम समय में रेलयात्री लंबी दूरी की यात्रा पूरी कर सकेंगे। इसके साथ ही स्टेशन पर इंजन को बदलना भी नहीं पड़ेगा।
समस्तीपुर रेल मंडल में पुश-पुल ट्रेन की रैक मिली है। इसमें 22 कोच लगे है। इस रैक का मेंटनेंस करके इसकी स्टडी की जा रही है। ट्रेन कहां से चलेगी इसकी जानकारी अभी नहीं मिली है। नए साल से पहले रेल यात्रियों को ट्रेन की सुविधा मिल सकती है।- विनय श्रीवास्तव, मंडल “