ठंड का असर;आलू को हो सकता है नुकसान,ठंड से उत्पादन प्रभावित होने का खतरा,जानिए बचाव के तरिके
Patna:ठंड का असर आलू पर भी पड़ सकता है। उत्पादन प्रभावित होने का खतरा भी है। किसानों को आवश्यक है कि आलू को ठंड से बचाएं।धीरे -धीरे तापमान गिरते जा रहा है, इसके प्रभाव से ठंड में भी बढ़ोतरी होती जा रही है। ठंड के असर से आलू के साथ सरसों व अन्य फसल भी प्रभावित हो सकती है।
किसानों की बात करें तो फसलों का ठंड से बचाव आवश्यक है। अभी दिसंबर का दूसरा सप्ताह चल रहा है और आलू के पत्ते पीले होने लगे साथ ही उसका डंठल भी सूखने लगी है।
अन्य सब्जियों पर भी पड़ेगा असर
जानकारों का मानना है कि ठंड का असर आलू के अलावा अन्य सब्जियों पर भी पड़ता है। जैसे लत्तीदार सब्जियों में कद्दू, कोहड़ा, बथुआ, करैला के साथ भिंडी, बैगन, पत्तागोभी, गांठ गोभी, हरी मिर्च सहित जमीन के अंदर होने वाले तमाम फसल जैसे गाजर, मूली आदि पर भी इसका कुप्रभाव पड़ सकता है।
केला की खेती पर भी इसका बड़ा कुप्रभाव पड़ता है। दिसंबर के प्रारंभ में ही इंड का रंगत देखकर कई जानकार किसान पहले से ही छांव, ओस, कुहासा आदि से अपनी फसलोंं की बचाव का व्यवस्था कर लिए थे, लेकिन पोली शेड के माध्यम से खेती करना खासकर सब्जी आदि सभी किसानों के लिए संभव नहीं है।
आसपास का वातावरण गर्म करना जरूरी
विशेषज्ञों ने बताया कि आलू की खेती में आवश्यक होने पर सुबह की ताजी व गर्म पानी से सिंचाई के साथ फसल के ऊपर गन्ना का पत्ता या धान की पराली डालकर ठंड से बचाया जा सकता है।सुबह में खेत की मेड़ पर घास या सूखा कूड़ा आदि जलाकर आसपास का वातावरण गर्म किया जा सकता है। इस उपाय से ठंड के प्रभाव से फसलों की बचाव हो सकती है।
कृषि विशेषज्ञ प्रेमशंकर सिंह ने बताया कि सब्जी की खेती नाजुक होती है। इसको अधिक धूप व अधिक ठंड के साथ अधिक बारिश से भी नुकसान होता है। इस लिए सब्जी की खेती के लिए समय समय पर मौसम के अनुकूल व्यवस्था करते हुए उसका बचाव आवश्यक होता है।”