Sunday, November 24, 2024
Patna

“SI परीक्षा देने जा रही सलोनी को लेकर 1500 रुपए में डील..छात्रा को चलती ट्रेन से फेंक दिया:5 दिन बाद हुई थी मौत; गिरफ्तार

पटना।1500 रुपए के लिए बदमाशों ने 26 साल की सलोनी को चलती ट्रेन से फेंका था। मोबाइल छीनने के लिए एक बदमाश की दूसरे के साथ डील हुई थी। एडवांस में उसे पांच सौ रुपए मिले थे। बाकि के पैसे मोबाइल बेचने के बाद देने की बात हुई थी।सलोनी 17 दिसंबर को एसआई की परीक्षा देने जा रही थी। मोबाइल छीनने के दौरान उसे बदमाशों ने चलती ट्रेन धक्का दे दिया था। इसमें उसके हाथ-पैर कट गए थे। 6 दिन तक पटना में इलाज के बाद उसने दम तोड़ दिया था।

सलोनी कुमारी की मौत के मामले का पुलिस ने खुलासा कर दिया है। पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपी की पहचान पश्चिमी चम्पारण जिले के मझौलिया थाना क्षेत्र के परसा पूरबरिया टोला निवासी रंजीत कुमार गिरी (19) के रूप में हुई है।रंजीत की निशानदेही पर पुलिस ने दो और लोगों को गिरफ्तार किया है। पूछताछ में रंजीत ने पुलिस को बताया कि सुगौली के शौकत अली उर्फ झून्ना के कहने पर सलोनी से मोबाइल छीना था।

17 दिसंबर को चलती ट्रेन से दिया था धक्का

रेल एसपी डॉ. कुमार आशीष ने बताया कि 17 दिसंबर को गाडी नंबर 05288 रक्सौल-मुजफ्फरपुर मेमू स्पेशल ट्रेन में सलोनी यात्रा कर रही थी। इस दौरान सुगौली रेलवे स्टेशन पर अज्ञात अपराधियों ने मोबाइल छीनने के दौरान उसे धक्का दे दिया था।जिससे ट्रेन की चपेट में आने से युवती का हाथ-पैर कट गए थे। मोबाइल छीनने के बाद अपराधी ट्रेन से कूदकर भाग गए थे। पीड़िता की पहचान पलनवा थाना क्षेत्र के उच्चीडीह निवासी प्रमोद पाण्डेय की पुत्री सलोनी कुमारी (26) के रूप में हुई थी।

22 दिसंबर को हुई थी सलोनी की मौत

पीड़िता को गंभीर हालत में GRP थाने के SI ने इलाज के लिए सदर अस्पताल में भर्ती कराया, जहां गंभीर स्थिति को देखते हुए PMCH में भर्ती कराया गया था। घटना के पांच दिन बाद 22 दिसंबर को सलोनी की मौत हो गई थी।घटना के अगले दिन ही रेल एसपी ने बेतिया रेंज के DSP उमेश कुमार के नेतृत्व में SIT का गठन कर मामले का जांच करने का निर्देश दिया। इसके अलावा केस की गंभीरता को देखते हुए एसपी ने अतनु दत्ता, रेल पुलिस उपाधीक्षक मुख्यालय-01 को जांच के लिया सुगौली भेजा था।

इसके बाद वैज्ञानिक अनुसंधान से अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए छापेमारी शुरू की, इसी बीच जांच के दौरान पता चला कि इस घटना के पीछे पश्चिमी चम्पारण के मझौलिया थाना क्षेत्र के परसा पूरबरिया टोला का रंजीत कुमार गिरी शामिल है, जिसे टीम ने गिरफ्तार कर पूछताछ की, तो उसने पूरे मामले का खुलासा किया।

शौकत अली के कहने पर घटना को दिया था अंजाम

SIT की टीम ने जब रंजीत से सख्ती से पूछताछ की तो उसने बताया कि सुगौली थाना क्षेत्र के नया टोला वार्ड नं. 06 के शौकत अली उर्फ झून्ना के कहने पर सलोनी से मोबाइल छीना था। इसके लिए उसे 1500 सौ रुपए मिलने वाले थे, एडवांस में उसे पांच सौ रुपए मिले थे। मोबाइल छीनने के बाद सुगौली थाना क्षेत्र के बंगरा गुमटी रेलवे ट्रैक के बगल के जबरेज आलम के हाथों 1500 रुपए में बेचने की बात हुई थी।तत्काल 500 रुपए और मोबाइल बिकने के बाद 1000 रुपए देने की बात हुई थी। जांच के दौरान अभियुक्त जबरेज आलम, शौकत अली के पास से छिने गए मोबाइल को क्षतिग्रस्त हालत में बरामद किया गया। छापेमारी के दौरान अपराधियों के पास से कुल 13 मोबाइल बरामद हुए हैं। आरोपियों के खिलाफ अलग से FIR दर्ज कर कार्रवाई की जा रही है।

छापेमारी टीम में रेल डीएसपी उमेश कुमार, रेल पुलिस उपाधीक्षक अतनु दत्ता, पुलिस निरीक्षक संतोष कुमार, रेल थानाध्यक्ष जय प्रकाश सिंह, पुअनि अजय कुमार पासवान, दीपक कुमार, तकनीकी शाखा और अन्य पुलिसकर्मी शामिल थे।सलोनी पूर्वी चंपारण के पलनवा थाना के उंचीडीह गांव की रहने वाली है। गांव काफी पिछड़ा है। सीमित संसाधनों में भी सलोनी दारोगा की तैयारी कर रही थी। 17 दिसंबर की सुबह वह भर्ती परीक्षा देने के लिए मोतिहारी निकली थी।

Kunal Gupta
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