अहिल्या धाम से अयोध्या की दंड यात्रा पर निकले पति-पत्नी: रोजाना तीन से चार KM की करते हैं यात्रा
पटना।मिथला के अहिल्या धाम से डंडी यात्रा(जमीन पर लेट कर) पर निकले पति-पत्नी आज गोपालगंज पहुंचे। इस दौरान उनके यात्रा में करीब चार अन्य लोग भी पैदल यात्रा कर रहे है। जो भी इन्हें देखता एक बार जरूर उन्हें अपने कैमरे में कैद करना चाहता है। भगवान के प्रति आस्था देख कर लोगों ने उनके यात्रा को सफल बनाने की शुभकनाएं भी देते है।इस यात्रा को शुरुआत मिथला दरभंगा के अहियारी गांव निवासी कामेश्वर कुमार मिश्रा ने अपनी पत्नी अवंतिका उर्फ किशोरी जो अहिल्या मां के मंदिर की मुख्य पुजारी है उनके साथ इस यात्रा की शुरुआत 24 अक्तूबर से शुरू की थी। जो दो माह एक दिन के बाद गोपालगंज पहुंची। इनके साथ चारा अन्य लोग जो पैदल ही यात्रा कर रहे है। जिसमें एक दस वर्ष का बालक भी शामिल है।
24 अक्तूबर से यात्रा की शुरुआत
इस संदर्भ में कामेश्वर मिश्रा ने कि वे भगवान श्री के भक्त हैं। इसी मन में ख्याल आया कि भगवान श्री राम के दरबार में पहुंच कर पूजा पाठ और दर्शन कर अहिल्या मां के जैसे ही हमारा उद्धार हो। उन्होंने बताया की यह यात्रा दरभंगा, मधुबनी, जनकपुर रोड, सीतामढ़ी, शिवहर और पूर्वी चंपारण होते हुए आज गोपालगंज पहुंचे है।अभी तक करीब 2 सौ की यात्रा पूरी कर चुका हूं। उन्होंने बताया की उनके साथ उनकी पत्नी अवंतिका उर्फ किशोरी जी जो डंडी यात्रा में शामिल है। साथ ही इस यात्रा में पैदल यात्रा करने वाले बबलू मिश्रा, गोविंद ठाकुर, विंदेश्वर कुमार के साथ दस वर्षीय बच्चा करण कुमार शामिल है।
रोजाना तीन से चार KM करते है यात्रा
उन्होंने बताया कि अयोध्या तक की यात्रा में वे जमीन पर लेट कर चलते हैं। यह यात्रा बहुत कठिन है। लेकिन भगवान के प्रति आस्था के कारण उन्हें कोई कठिनाई नहीं आती है। लोगों ने कहा कि भगवान श्री राम के प्रति आस्था बहुत ही अद्भुत है। यह यात्रा हमें भगवान की भक्ति के बारे में बताती है।उन्होंने बताया की पहला ऐसा यात्रा होगा, जिसमें दंड देकर भगवान श्री राम के दरबार में जा रहे है। मेरा ऐसा भावना था की प्रभु श्री राम के चरण के धूल से जिनका हम पूजन करते है। जिससे उद्धार होगा। मेरा भी जीने का कुछ उद्धार हो जाए। उन्होंने बताया की ये भगवान श्री राम का आदेश है। जिसके कारण ये यात्रा कर रहे है।
भगवान राम को मानते है गुरु
रोजाना तीन से चार किलोमीटर की यात्रा तय करते है। अहिल्या मंदिर की मुख्य पुजारी किशोरी जी ने बताया की गर्व की बात है। हम भगवान श्री राम के दरबार में दंड देते हुए जा रहें है। मेरे पति भगवान श्री राम को गुरु मानते है और उनका भक्त है। हम भी बड़े भाग्यशाली है की पति के साथ अयोध्या जा रहे है।यात्रा के दौरान हुई कष्ट के बारे में बताया की सुख दुःख होते रहता है ये कोई कष्ट नहीं है। भगवान श्री राम पैदल ही आए थे अहिल्या माता के उद्धार करने के लिए तब भगवान अपने भक्त के पास आकर उद्धार लिए तो हम लोग क्यों नही जाएंगे। भगवान श्री राम के पास ताकि वहां जाने पर हमारा भी उद्धार हो सके। उन्होंने कहा की पांच सौ वर्ष के बाद भगवान श्री राम का अपना घर मिला था।