अब स्कूल में पढ़ाने के बाद ही निर्वाचन कार्य करेंगे बीएलओ शिक्षक,KK Pathak का एक और बड़ा फैसला
KK Pathak ने एक और बड़ा फैसला लिया और,अब मतदाता सूची के सत्यापन आदि कार्य में लगाए गए शिक्षक व शिक्षकेत्तर कर्मचारी (नॉन टीचिंग स्टाफ) अपनी शैक्षणिक गतिविधियां समाप्त करने के पश्चात संध्या पांच बजे से ही निर्वाचन से संबंधित कार्य करेंगे, ताकि विद्यालय में शिक्षण कार्य बाधित न हो। इसके लिए विभाग की ओर से नया आदेश जारी किया गया है।
यह कदम छात्र-छात्राओं के बीच पठन-पाठन को सुदृढ़ व गुणवत्ता में सुधार लाने के लिए उठाया गया है। इससे संबंधित आदेश शिक्षा विभाग के अपर मुख्य सचिव केके पाठक (KK Pathak) ने बिहार के सभी डीएम को पत्र के माध्यम से दिया है। संबंधित विद्यालय में शिक्षण कार्य बाधित होने को लेकर अपर मुख्य सचिव ने यह निर्णय लिया गया है।
बताया गया है कि प्रखंड क्षेत्र के विभिन्न विद्यालयों के शिक्षकों को बीएलओ के रूप में प्रतिनियुक्ति कर उन्हें चुनाव कार्य में लगाया गया है। जो विद्यालय कार्य से अलग हटकर निर्वाचन कार्य में अपनी उपस्थिति दे रहे थे।
बीईओ रत्ना घोष ने दी जानकारी
बीईओ रत्ना घोष ने बताया कि विद्यालय में कार्यरत शिक्षकों को प्रखंड क्षेत्र स्थित संबंधित मतदान केंद्र पर निर्वाचन कार्य बीएलओ के कार्य में लगाया गया है। जिसके चलते संबंधित विद्यालय के शिक्षक सुबह नौ बजे से लेकर सायं पांच बजे तक निर्वाचन कार्य संभाल रहे हैं। जिसके चलते विद्यालय में पठन पाठन बाधित होता है। जबकि चुनाव कार्य में लगाए गए शिक्षकों को अलग से मानदेय राशि मिलती है।
अपर मुख्य सचिव की ओर से निर्देशित पत्र में सुबह नौ बजे से लेकर संध्या पांच बजे तक विद्यालय संचालन का समय निर्धारित है। इस परिस्थिति में छात्र छात्राओं के बीच पठन पाठन का कार्य बाधित रहता है। इस कार्य में शिक्षकों के अलावे टोला सेवक भी शामिल हैं।”