नित्यानंद राय बोले उजियारपुर में तेजस्वी-तेजप्रताप से हारा तो संन्यास ले लूंगा,जाने पुरा मामला
Samastipur;केंद्रीय गृह मंत्री और भाजपा नेता नित्यानंद राय ने लालू यादव को खुला चैलेंज दिया है। उन्होंने कहा है कि उजियारपुर लोकसभा क्षेत्र से अपने बेटे तेजप्रताप यादव, तेजस्वी यादव या परिवार के किसी को भी चुनाव में उतार दें। अगर मैं हार गया तो राजनीति से संन्यास ले लूंगा। संन्यास लेकर भारतीय जनता पार्टी का बूथ अध्यक्ष बनकर पार्टी की सेवा करूंगा।
उन्होंने कहा कि अगर आपका परिवार उजियारपुर से हार जाता है तो आपके पूरे परिवार को राजनीति से संन्यास ले लेना चाहिए। मेरी चुनौती को स्वीकार कीजिए और भेजिए किसी को उजियारपुर की धरती पर।
लालू प्रसाद ने तंज कसा था
दरअसल, गोवर्धन पूजा के मौके पर इस्कॉन मंदिर में आयोजित एक कार्यक्रम में मंगलवार को नित्यानंद राय पर तंज कसते हुए लालू प्रसाद यादव ने कहा था कि तुम्हारी हैसियत ये है अभी की तेज प्रताप को खड़ा कर दें तो तुम्हारी जमानत जब्त हो जाएगी। नरेंद्र मोदी का नाम लेते हो। कृष्ण भगवान का सम्मेलन करना, उनका नाम लेना और नरेंद्र मोदी की माला जपना। क्या है नरेंद्र मोदी?
गौहत्या पर कहा- गंगा किनारे खड़ा होकर परीक्षा दे दीजिए
लालू यादव ने नित्यानंद पर आरोप लगाया कि गाय हमारी माता है और उसे तुम कटवाते हो? इस पर नित्यानंद राय ने कहा कि तेजस्वी यादव राघोपुर (तेजस्वी यादव का विधानसभा क्षेत्र) के किसी गांव में खड़े हो जाएं और अपने पिता लालू प्रसाद यादव को भी बुला लें। वहां साबित होगा कि कौन कसाई खाना खुलवाकर गौहत्या करवा रहा है और कौन गौ सेवा करवा रहा है।
गंगा के तट पर खड़ा होकर मेरी परीक्षा ले लीजिए या आप अपनी परीक्षा दे दीजिए। केंद्रीय मंत्री ने लालू प्रसाद यादव को जवाब देते हुए कहा कि वोट के तुष्टीकरण के लिए कसाई खाना खुलवाकर गौ हत्या आप करवा रहे हैं।
लालू का तंज- अपनी पत्नी को नहीं बनाता तो क्या तुम्हारी को बनाता
राबड़ी देवी को मुख्यमंत्री बनाने के जवाब में लालू यादव ने तंज कसते हुए कहा कि राबड़ी को नहीं बनाते तो तुम्हारी बीवी को बना देते क्या? लालू ने कहा कि राबड़ी देवी नहीं होती तो आज आरजेडी नहीं होता। आज नीतीश कुमार और तेजस्वी यादव की सरकार नहीं होती।
लालू यादव का जवाब देते हुए नित्यानंद राय ने कहा कि अपने परिवार से केवल मैं राजनीति में हूं। मेरी पत्नी नहीं। परिवारवाद में आपको भरोसा है मेरे परिवार को नहीं। जब मैं विधायक बना था तो मेरे पिताजी मुखिया का पद त्याग दिए थे। उपमुखिया को चार्ज दे दिया था।
उन्होंने कहा था कि एक परिवार में दो व्यक्ति नहीं रह सकता। मेरा बेटा विधायक और मैं मुखिया ये सही नहीं। अशोभनीय होगा। आप परिवारवाद किया जा रहा हा। पहले खुद, इसके बाद पत्नी, पत्नी के बाद बेटा, बेटा के बाद बेटी। अब बेटी के बाद किसको लाएंगे पता नहीं।
अब समझिए क्या है पूरा विवाद
दरअसल गोवर्धन पूजा के मौके पर भारतीय जनता पार्टी की तरफ से पहली बार पटना के बापू सभागार में यदुवंशी मिलन समारोह आयोजित किया गया था। पार्टी की तरफ से दावा किया गया कि इसमें 21 हजार यादव पार्टी की सदस्यता लिए हैं। इसमें नित्यानंद राय ने लालू यादव पर परिवारवाद की राजनीति करने का आरोप लगाया था।
उन्होंने कहा कि जब वे जेल जा रहे थे तब अपनी पत्नी की जगह किसी काबिल यादव नेता या सीनियर नेता को मुख्यमंत्री बना सकते थे। किसी गरीब ग्वालन को मुख्यमंत्री बना सकते थे। लेकिन उन्होंने अपनी पत्नी को मुख्यमंत्री बनाया। इसी के जवाब में लालू प्रसाद यादव ने नित्यानंद को आड़े हाथ लिया।