Love Story;दिव्यांग प्रिंसिपल को दिल दे बैठी टीचर;घरवाले खिलाफ थे तो मंदिर में की शादी,बोली-धीरे-धीरे मान जाएंगे
Love Story: patna;भागलपुर में एक निजी स्कूल में बच्चों को पढ़ाते-पढ़ाते एक टीचर स्कूल के प्रिंसिपल को दिल दे बैठी। बात और मुलाकात का सिलसिला बढ़ा तो दोनों ने साथ रहने का फैसला कर लिया। प्रिसिंपल पैर से दिव्यांग हैं।
लड़की के परिवारवाले इस रिश्ते के लिए राजी नहीं थे। आखिर में लड़की ने घर वालों की मर्जी के खिलाफ जाकर शुक्रवार को मंदिर में शादी रचा ली।
दूल्हे सरोज ने बताया कि मेरे घरवाले तो राजी थे, लेकिन लड़की ने जब अपने घर में इस बात की जानकारी दी तो, उसके साथ मारपीट की गई। इसके बाद हम दोनों ने मिलकर शादी करने का फैसला लिया।
वहीं दुल्हन शुभांगी प्रियदर्शनी ने कहा कि सरोज मुझे अच्छे लगते थे और काफी वक्त से हमलोग एक दूसरे को पसंद करते थे। मेरे घरवाले विरोध में लेकिन बाद में मान गए और सगाई की। फिर उसे तोड़ दिया। जिसके बाद हमलोगों ने यह फैसला लिया। समय के साथ मेरे घरवाले भी मान जाएंगे। शुभांगी और सरोज के चेहरे पर उनकी शादी की खुशी झलक रही थी।
5 साल से था अफेयर
दूल्हा सरोज वर्मा ईश्वरनगर में एक स्कूल चलाते हैं। जबकि दुल्हन शुभांगी प्रियदर्शनी मूल रूप से झारखंड के गोड्डा की रहने वाली हैं। वो सरोज के स्कूल में शिक्षिका है। दोनों के बीच पांच सालों से प्रेम संबंध है।
थाने में दोनों पक्ष के परिजन भी पहुंचे थे। लड़की वाले इस शादी का विरोध कर रहे थे। मगर दूल्हा-दुल्हन की सहमति होने के बाद इशाकचक थानेदार ने दोनों की शादी करा दी। जिसके बाद दोनों दूल्हा-दुल्हन अपने घर चले गए।
दिव्यांग होने के कारण परिवार नाराज
लड़की के परिजन लड़के के दिव्यांग होने की वजह से नाखुश हैं। इस शादी को लेकर लड़की के परिजन विरोध कर रहे हैं लेकिन शुभांगी का कहना है कि कुछ दिनों में सब कुछ ठीक हो जाएगा। दोनों ने तिलकामांझी भागलपुर यूनिवर्सिटी से पीएचडी भी की है।
लड़का-लड़की राजी थे-थाना इंचार्ज
इशाकचक थानाध्यक्ष अशोक कुमार ने बताया कि प्रेमी जोड़े शादी करने पर राजी थे। मगर लड़की के परिवार वालों की तरफ से कुछ विरोध किया जा रहा था। मामले में उचित कार्रवाई करते हुए दोनों की शादी कराई गई।