दलसिंहसराय में नहीं थम रहा डेंगू का कहर,आम से लेकर खास लोग बन रहे डेंगू के शिकार,जाने डेंगू के लक्षण व बचाओ के तरिके
दलसिंहसराय में डेंगू का कहर लगातार जारी है.डेंगू के मरीजों में लगातार वृद्धि होती जा रही है.बावजूद इसके स्वास्थ्य विभाग द्वारा कोई ख़ास दिलचस्पी नहीं दिखाई है.वही नगर प्रशासन के द्वारा करवाया जा रहा फॉगिंग का भी असर एक से दो दिनों में खत्म होने के बाद फिर में मच्छरो कि फौज लोगों पर आक्रमण करने के लिए तैयार रहती है.आम से लेकर ख़ास लोग भी डेंगू से परेशान है. सरकारी हॉस्पिटल को छोड़ सभी निजी क्लिनिक में डेंगू के मरीज भर्ती है.प्राइवेट अस्पताल में चिकनगुनिया व डेंगू,मलेरिया के रोजाना मरीज पहुँच रहे है.वही निजी जाँच घरों में भी रोजाना एक दर्जन से ऊपर मरीज सिबीसी,आईजीएम, डेंगू के जाँच करा रहे है.शहरी क्षेत्र में डेंगू,मलेरिया के मरीजों कि बढ़ाती संख्या से हर कोई परेशान है तो यह बीमारी ग्रामीण क्षेत्र केवटा,रामपुर जलालपुर,बसढ़िया,ढेपुरा, अजनौल,पांड सहित अन्य पंचायत में भी तेजी से अपना पाव पसार रहा है.
शहर के गंज रोड निवासी गिरजा देवी, पूजा कुमारी, मो. सितारे अनवर हुसैन, नावेद अनवर, नूर जंहा खातून, विनोद कुमार पोद्दार, मेन बाजार निवासी निखिल अग्रवाल,अशोक जोहरी,केवटा निवासी धर्मेन्द्र कुमार,जाकिर हुसैन,शंकर सिंह, राजदेव सहनी सहित दर्जनों लोग डेंगू के शिकार है.इसमें से कई लोग पटना में भर्ती है तो कई लोगों का घर पर ही इलाज चल रहा है.शहर के वीआईपी कॉलोनी में स्थित डॉ. सी.पी. गुप्ता के क्लिनिक में भी रोजाना कई डेंगू, मलेरिया के मरीज पहुँच रहे है.
डेंगू से एक व्यक्ति कि हो चुकी है मौत।
वही बसढ़िया निवासी प्रखंड प्रमुख संजीव कुमार के पिता शंकर सिंह दो दिन पहले ही डेंगू पॉजिटिव पाए गए.उनके परिजनों ने बताया कि उन्हें अस्पताल में भर्ती करवाया गया.उनका दो दिनों के अंदर प्लेटलेट घटकर 30 हजार हो गया.उसके बाद उन्हें पटना में भर्ती करवाया गया है.बताते चले कि डेंगू का कहर जानलेवा साबित हो रहा है.बीते 19 अक्टूबर को ही ढेपुरा निवासी राजद के वरिष्ठ नेता महेंद्र राय(43) का डेंगू बीमारी के कारण ही निधन हो गया था.उनके परिजनों ने बताया कि डेंगू की चपेट में आने से वह निजी अस्पताल में भर्ती हुए थे. अचानक तबियत बिगड़ने के कारण उन्हें पटना पीएमसीएच के लिए रेफर किया गया था जंहा रास्ते में ही उनकी मौत हो गई.
फॉगिंग व एंटी लारवा एप्रे के लिए दो टीम बनाई गई
नप के ईओ सुशील कुमार दास ने बताया कि सिटी मनैजर के नेतृत्व में फॉगिंग व एंटी लारवा एप्रे के लिए दो टीम बनाई गई है. एक टीम रोजाना अलग अलग वार्डो में जाकर फॉगिंग व एप्रे करती है एंव दूसरी टीम एमरजेंसी में शिकायत मिलने पर घरों में जाकर फॉगिंग करती है.यह रोजाना किया जा रहा है.
वही अनुमंडल अस्पताल के अधिकारियो ने बताया कि अस्पताल में डेंगू मरीज के लिए 3 बेड, मच्छरदानी कि व्यवस्था कि गई है.बुखार कि दवा उपलब्ध है. जाँच के लिए किट अभी खत्म है इसे लेकर वरिय पदाधिकारी को सूचित किया गया है.अभी अस्पताल में एक भी डेंगू मरीज नहीं है.
डेंगू के लक्षण
दलसिंहसराय शहर के डॉक्टर डी.एन.सिंह डेंगू के लक्षण के बारे में बताते है कि डेंगू के लक्षण हल्के और गंभीर दोनों हो सकते हैं.संक्रमित होने के बाद डेंगू के हल्के लक्षण चार से सात दिनों के अंदर नजर आने लगते हैं.सिरदर्द,मांसपेशियों, हड्डियों और जोड़ों में दर्द, उल्टी,जी मिचलाना,आंखों में दर्द होना, त्वचा पर लाल चकत्ते होना.डेंगू का मामला गंभीर होने पर फीवर का खतरा बढ़ता है और शरीर में प्लेटलेट्स काउंट कम होने लगते हैं.ऐसे में ये लक्षण सामने आ सकते हैं.तेज पेट दर्दलगातार उल्टी होना मसूड़ों या नाक से रक्तस्रावमूत्र,मल या उल्टी में खून आना त्वचा के नीचे रक्तस्राव होना,जो चोट जैसा नजर आ सकता है.सांस लेने में कठिनाई थकान महसूस करना चिड़चिड़ापन या बेचैनी ये सभी डेंगू के लक्षण है.
ऐसे करें बचाव
डॉक्टर डी.एन.सिंह डेंगू से बचाओ के लिए बताते है कि घरों में कूलर आदि तमाम जगहों पर पानी जमा न होने दें.हफ्ते में कम से कम दो बार इसे बदलें.पीने का पानी किसी बर्तन में जमा है.तो उस बर्तन को हमेशा ढककर रखें.फुल बाजू के कपड़े पहनें और बच्चों और बुजुर्गों को खासतौर पर पहनाएं.सोते समय मच्छरदानी का या मॉस्किटो रेपलेंट्स का इस्तेमाल करें.घर की खिड़की और दरवाजों को खुला न रखें.वेंटिलेशन के लिए उनमें जाली लगवाएं.किसी भी तरह के लक्षण दिखें तो तुरंत डॉक्टर को दिखाए.
सोर्स; कुणाल गुप्ता ,प्रभात खबर ।