कार्तिक पूर्णिमा:गंगा स्नान-दान से मिलेगी पापों से मुक्ति, देव दीपावली में दीपदान से दस यज्ञ के बराबर पुण्य
पटना।कार्तिक पूर्णिमा को सबसे पवित्र महीनों में एक माना जाता है। इस दिन लोग गंगा नदी में पवित्र स्नान करते हैं। इस साल कार्तिक शुक्ल पूर्णिमा कृतिका नक्षत्र के शिव और सर्वार्थ सिद्धि योग में मनायी जाएगी।
गंगा स्नान के लिए बड़ी संख्या में लोग दूसरे जिलों से पटना पहुंचते हैं। इससे पटना के गंगा घाटों पर अहले सुबह से श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ने लगी।कार्तिक पूर्णिमा रविवार की शाम 03:15 बजे से शुरू गया था, जो सोमवार दोपहर 02:30 बजे तक पूर्णिमा तिथि रहेगी। इसलिए उदयातिथि मान से आज पूरे दिन गंगा स्नान, दान-पुण्य आदि धर्मकृत्य होगा।
आज मनाई जाएगी देव दीपावली
कार्तिक मास की पूर्णिमा तिथि को देव दीपावली का पर्व मनाया जाता है। माना जाता है कि देव दिवाली के दिन काशी मे देवी-देवता आते हैं और दिवाली का पर्व मनाते हैं। इस दौरान दीपदान करना शुभ माना जाता है। ज्योतिषाचार्य पंडित राकेश झा ने बताया कि कार्तिक पूर्णिमा को भगवान विष्णु की अपार कृपा बरसती है। पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान से पापों का नाश और सकारात्मक ऊर्जा मिलती है। भगवान विष्णु के निकट अखण्ड दीप दान करने से दिव्य कांति की प्राप्ति होती है।
दीपदान से दस यज्ञ के बराबर पुण्य
गंगा स्नान के बाद दीप दान करना दस यज्ञ के बराबर माना जाता है। देव दीपावली के दिन अन्न, धन, वस्त्र और घी आदि दान करने से कई गुना फल मिलता है। श्रद्धालु पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान के बाद श्री सत्यनारायण भगवान की कथा का श्रवण, गीता पाठ, विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ व ‘ॐ नमो भगवते वासुदेवाय’ का जप करके पापमुक्त-कर्जमुक्त होकर भगवान विष्णु की कृपा पाएंगे। स्नान के बाद अर्घ्य, तर्पण, जप-तप, पूजन, कीर्तन और दान करने से स्वयं भगवान विष्णु पापों से मुक्त करके जीव को शुद्ध कर देते हैं।
गंगा स्नान से मिलता है पूरे वर्ष का फल
कार्तिक माह की त्रयोदशी, चतुर्दशी और पूर्णिमा को पुराणों ने अति पुष्करिणी कहा है। स्कंद पुराण के अनुसार जो प्राणी कार्तिक मास में प्रतिदिन स्नान करते हैं, वह सिर्फ इन तीन तिथियों में सूर्योदय से पहले स्नान करें तो भी पूर्ण फल का भागी हो जाते हैं। शास्त्रों में कार्तिक पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान करने का बहुत महत्व बताया गया है। कार्तिक पूर्णिमा के दिन गंगा स्नान करने से पूरे वर्ष गंगा स्नान करने का फल मिलता है।
172 जगह पर मजिस्ट्रेट होंगे तैनात
कार्तिक पूर्णिमा में गंगा स्नान को लेकर पटना जिला प्रशासन ने पूरी तैयारी कर ली है। कार्तिक पूर्णिमा को लेकर 172 स्थानों पर दण्डाधिकारियों और पुलिस पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गई है। पटना सदर अनुमंडल में 29 स्थानों, पटना सिटी अनुमंडल में 97 स्थानों, बाढ़ अनुमंडल में 35 स्थानों तथा दानापुर अनुमंडल में 11 स्थानों पर दण्डाधिकारियों और पुलिस पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गई है।
सात जगहों पर बनाए गए महत्वपूर्ण पार्किंग स्थल
श्रद्धालुओं की भीड़ को देखते हुए सात जगहों पर महत्वपूर्ण पार्किंग स्थल बनाए गए हैं। कलेक्ट्रेट घाट, कुर्जी घाट, बांस घाट, गेट नं 93 घाट के नज़दीक, गेट नं 88 घाट के नज़दीक, गाय घाट हथिया बगान और गाय घाट लोहा गोदाम स्थलों पर दण्डाधिकारियों और पुलिस पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की गई है। लाठी बल, सशस्त्र बल एवं महिला बल को भी तैनात किया गया है। गंगा नदी गश्ती के लिए दो पालियों में 8 दण्डाधिकारी और पुलिस पदाधिकारी को प्रतिनियुक्त किया गया है।
बड़े घाटों पर अस्थायी नियंत्रण कक्ष की रहेगी व्यवस्था
जिला नियंत्रण कक्ष में तीन पालियों में 34 दंडाधिकारियों को सुरक्षित रखा है। गांधी घाट पर स्थापित नियंत्रण कक्ष में 6 सुरक्षित दंडाधिकारियों को प्रतिनियुक्त किया गया है। बड़े और भीड़-भाड़ वाले घाटों जैसे कलेक्ट्रेट घाट, गायघाट, दीघा पाटीपुल, घाट संख्या 93, काली घाट, गाँधी घाट, भद्रघाट, कंगन घाट और अन्य घाटों पर आवश्यकतानुसार अस्थायी नियंत्रण कक्ष की व्यवस्था रहेगी।